बेंगलुरू : टेस्ट क्रिकेट में अपने पहले शतक के तौर पर तिहरा शतक जमाने वाले मध्य क्रम के बल्लेबाज करुण नायर को मलाल है कि वह अच्छी शुरुआत को सफलता में नहीं बदल पाए और आस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई सीरीज के बाद उन्हें टीम से बाहर जाना पड़ा। इंग्लैंड के खिलाफ लगाए गए उस तिहरे शतक के बाद नायर का बल्ला खामोश रहा और नतीजन उन्हें आने वाले श्रीलंका दौरे के लिए टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है।
नायर का कहना है कि अब उनका ध्यान इंडिया-ए के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर है। नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में नाबाद 303 रनों की पारी खेली थी। लेकिन इसके बाद आस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में वह 26, 0, 23, और पांच रनों की पारियां ही खेल सके।
उनकी इसी खराब फॉर्म के कारण श्रीलंका दौरा उनके हाथ से छूट गया।
क्रिकइंफो ने सोमवार को नायर के हवाले से लिखा, "मैं टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं के फैसले का सम्मान करता हूं।"
उन्होंने कहा, "अगर मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे कुछ अच्छी शुरुआत मिली जिन्हें बड़े स्कोर में बदल सकता था। दो शुरुआत ऐसी थीं कि जिन्हें मुझे बड़े स्कोर में तब्दील करना चाहिए था, लेकिन सब जानते हैं कि बल्लेबाज के साथ ऐसा ही होता है।"
नायर के मुताबिक, कई बार आपको अच्छी शुरुआत मिल जाती है लेकिन आप उसे बड़ी पारी में बदल नहीं पाते हैं। मैं नहीं समझता की इस बात का कोई मतलब है। मैं अब आने वाले सत्र पर ध्यान दे रहा हूं और मेरी कोशिश अच्छा करने की है।"
नायर ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मैं अंतिम एकादश में खेलने को लेकर खुद को भाग्यशाली मानता हूं। टेस्ट क्रिकेट में मैंने काफी अच्छी चीजें सीखीं। मैं अब अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं और किसी चीज के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। लेकिन प्रतिस्पर्धा काफी स्वस्थ और अच्छी है। किसी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है।"
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेलते हुए नायर का फॉर्म अच्छा नहीं रहा था। उन्होंने आईपीएल के 10वें संस्करण में 21.61 की औसत से सिर्फ 281 रन बनाए थे।
नायर को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर इंडिया-ए की टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है। इंडिया-ए टीम इस दौरे पर चार दिवसीय मैच खेलेगी।
नायर ने कहा, "मैं अब दक्षिण अफ्रीका दौरे पर ध्यान दे रहा हूं। मेरे लिए यह नया अनुभव होगा। मैं कभी भी दक्षिण अफ्रीका नहीं गया, इसलिए मैं अपनी तैयारी में जुटा हुआ हूं और अच्छा करना चाहता हूं।"