बैडमिंटन: सिंधु विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में, श्रीकांत बाहर

Update: 2017-08-25 21:30 GMT
बैडमिंटन: सिंधु विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में, श्रीकांत बाहर

ग्लासगो: अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने शुक्रवार को विश्व चैम्पियनशिप के महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। लेकिन पुरुष एकल वर्ग में किदाम्बी श्रीकांत क्वार्टर फाइनल में हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। सिंधु ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीन की सुन यू को मात देते हुए अंतिम चार में प्रवेश किया।

विश्व की चौथी वरीयता प्राप्त सिंधु ने 39 मिनट तक चले मुकाबले में चीनी खिलाड़ी को 21-14, 21-9 से मात दी। पहला गेम आसानी से जीतने के बाद सिंधु को दूसरे गेम में भी मेहनत नहीं करनी पड़ी। एक गेम जीत कर आत्मविश्वास से लबरेज सिंधु ने दूसरे गेम में पूरी तरह से अपनी विपक्षी खिलाड़ी पर दबाव बनाया जिसके सामने सुन टिक नहीं पाईं और मैच हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।

सेमीफाइनल में सिंधु का सामना चीन की ही चेन यूफेई से होगा जिन्होंने एक और क्वार्टर फाइनल मुकाबले में थाइलैंड की रातचानोक इंतानोन को कड़े मुकाबले में 14-21, 21-16, 21-12 से मात देते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई है।

'मैं काफी खुश हूं'

मैच के बाद सिंधु ने कहा, 'मैं आज जिस तरह से खेली उससे मैं काफी खुश हूं। मैं अपने परिणाम से संतुष्ट हूं। मैं जीती लेकिन मुझे मानना होगा कि सुन यू काफी कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं। पिछली बार जब मैं उनके खिलाफ खेली तो हार गई थी।' सिंधु ने कहा, 'मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। मैं कोर्ट पर इस सोच के साथ गई थी कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी और अपना खेल खेलूंगी। पिछली बार मैं दुबई में उनके खिलाफ खेली तो हार गई थी। यह आसान नहीं था। हर अंक काफी अहम था।'

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सिंधु- मुझे हर चीज के लिए तैयार रहना होता है

अपने अगले मुकाबले पर सिंधु ने कहा, 'वह अच्छी खिलाड़ी हैं और इस समय अच्छा खेल रही हैं। विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में कुछ भी आसान नहीं होता, यहां कुछ भी हो सकता है। मुझे हर चीज के लिए तैयार रहना होता है।'

श्रीकांत हारे

वहीं, पुरुष एकल वर्ग में श्रीकांत को दक्षिण कोरिया के सोन वान हो के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। सोन वान ने श्रीकांत को 21-14, 21-18 से मात दी। यह मुकाबला 48 मिनट तक चला। श्रीकांत अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। पहले गेम में वह शुरू से ही दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी के सामने जूझते दिखे और अपने विपक्षी खिलाड़ी से वह हर मौके पर पीछे रहे। दूसरे गेम में हालांकि उन्होंने कुछ चुनौती जरूर पेश की लेकिन यह उन्हें मुकाबला नहीं जिता सकी।

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