रणजी ट्रॉफी के फाइनल में सौराष्ट्र की शानदार जीत, फिर बंगाल का सपना हुआ चकनाचूर
Ranji Trophy Final: रणजी ट्रॉफी के फाइनल में एक बार फिर बंगाल की टीम जीत से वंचित रह गई। रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र ने बंगाल को 9 विकेट से हराकर यह खिताब अपने नाम किया। बंगाल की टीम एक बार फिर रणजी ट्रॉफी का ख़िताब अपने नाम नहीं कर पाई।
Ranji Trophy Final: रणजी ट्रॉफी के फाइनल में एक बार फिर बंगाल की टीम जीत से वंचित रह गई। रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र ने बंगाल को 9 विकेट से हराकर यह खिताब अपने नाम किया। बंगाल की टीम एक बार फिर रणजी ट्रॉफी का ख़िताब अपने नाम नहीं कर पाई। ईडन गार्डंस में खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल में बंगाल की टीम ने सौराष्ट्र के सामने जीत के लिए 12 रनों का लक्ष्य रखा था। बता दें जयदेव उनादकट की कप्तानी में सौराष्ट्र की टीम ने दूसरी बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया हैं। इससे पहले उनकी कप्तानी में सौराष्ट्र ने साल 2019-20 में पहला खिताब जीता था।
बंगाल का सपना हुआ चकनाचूर:
ईडन गार्डंस में खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल में बंगाल की टीम को मजबूत माना जा रहा था। क्रिकेट फैंस को उम्मीद थी कि करीब 30 साल बाद रणजी ट्रॉफी का खिताब एक बार फिर बंगाल की झोली में जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सौराष्ट्र के गेंदबाज़ों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर इस खिताब पर कब्जा जमाया। अपने घरेलु मैदान पर बंगाल की टीम ने अपने फैंस को एक बार फिर निराश किया। सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने दूसरी पारी में बंगाल के छह विकेट चटकाए। इस हार के बाद बंगाल के खिलाड़ी काफी निराश नज़र आये।
जयदेव उनादकट रहे जीत के हीरो:
जयदेव उनादकट के पास सौराष्ट्र की कप्तानी की जिम्मेदारी थी। जिसको उन्होंने रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में भी बखूबी निभाया। इस मैच में बंगाल की टीम ने पहली पारी में 54.1 ओवर में 174 रन पर ही सिमट गई। इसमें सौराष्ट्र की तरफ से जयदेव और चेतन सकारिया ने 3-3 विकेट चटकाए। लेकिन दूसरी पारी में तो जयदेव उनादकट अकेले ही बंगाल की टीम पर भारी पड़ गए। दूसरी पारी में बंगाल टीम की पूरी 241 रनों पर ढेर हुई। इसमें भी जयदेव ने 6 बल्लेबाजों को आउट किया। ऐसे में उन्होंने इस मैच में कुल 9 विकेट लेकर अपनी टीम की जीत में बड़ा योगदान दिया।
सौराष्ट्र को मिला 12 रनों का लक्ष्य:
बता दें इस मैच में बंगाल के बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा। सौराष्ट्र ने पहली पारी के आधार पर बंगाल के खिलाफ बड़ी बढ़त बनाई थी। ऐसे में बंगाल की दूसरी पारी में 241 रनों के बावजूद सौराष्ट्र को मात्र 12 रनों का टारगेट मिला। जिसको सौराष्ट्र ने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया।