रोहित शर्मा को अब नहीं मिलेगा टेस्ट मैच में मौका,BCCI ने दिया बड़ा संकेत,कप्तान को बाहर करने के फैसले पर भड़के सिद्धू

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में टीम से बाहर रहने वाले नियमित कप्तान रोहित शर्मा का टेस्ट कॅरियर अब खत्म माना जा रहा है। जानकारों के मुताबिक मेलबर्न टेस्ट मैच रोहित शर्मा के लिए आखिरी टेस्ट मैच साबित हो सकता है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2025-01-03 19:36 IST

Sidhu blasts over Rohit Sharma's Sydney Test omission (Photo: Social Media)

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में टीम से बाहर रहने वाले नियमित कप्तान रोहित शर्मा का टेस्ट कॅरियर अब खत्म माना जा रहा है। जानकारों के मुताबिक मेलबर्न टेस्ट मैच रोहित शर्मा के लिए आखिरी टेस्ट मैच साबित हो सकता है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई की ओर से रोहित शर्मा को बता दिया गया है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही मौजूदा सीरीज के बाद बोर्ड उन्हें टेस्ट मैच में खिलाने के बारे में नहीं सोच रहा है। भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गजों सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री का भी मानना है कि रोहित शर्मा ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल लिया है।

इस बीच पूर्व क्रिकेटर और अब सियासी मैदान में सक्रिय नवजोत सिंह सिद्धू ने सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा को टीम से बाहर किए जाने के फैसले की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कप्तान को कभी भी सीरीज के बीच में नहीं हटाया जाना चाहिए और न तो उसे टीम से बाहर होने का विकल्प दिया जाना चाहिए। इससे गलत संदेश जाता है। 


रोहित शर्मा को लेकर बीसीसीआई का बड़ा फैसला

इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय क्रिकेट टीम में अब बदलाव का दौर शुरू हो चुका है। इसी के तहत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही सीरीज में कप्तान और बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें ड्रॉप करने का फैसला किया गया। बीसीसीआई के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने कप्तान रोहित शर्मा को टीम से ड्रॉप किए जाने के फैसले पर मुहर लगाई।

जानकार सूत्रों के मुताबिक अगरकर और गंभीर ने रोहित शर्मा के साथ एक मीटिंग की थी और इस मीटिंग के दौरान उन्हें उनके टेस्ट कॅरियर के बारे में सब कुछ साफ कर दिया गया था। इस मीटिंग के दौरान रोहित शर्मा से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज के दौरान उनके लगातार खराब प्रदर्शन पर चर्चा भी की गई थी। इसी के बाद उन्हें टीम से ड्रॉप किए जाने और शुभमन गिल को टीम में मौका दिए जाने का फैसला लिया गया।

विराट कोहली से भी चर्चा करेगा बोर्ड

जानकार सूत्रों का तो यहां यह भी कहना है कि आस्ट्रेलिया दौरे के बाद टीम इंडिया के सेलेक्टर्स और हेड कोच विराट कोहली से भी इसी तरह की बातचीत करने वाले हैं। रोहित शर्मा की तरह ही विराट कोहली भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल साबित हुए हैं। वे लगातार ऑफ स्टंप से बाहर जाने वाली गेंदों पर कैच आउट हो रहे हैं और सिडनी टेस्ट मैच के दौरान भी यह सिलसिला नहीं खत्म हुआ।

ऐसे में माना जा रहा है कि आस्ट्रेलिया दौरे के बाद विराट कोहली के साथ भी भारतीय टीम में उनके भविष्य और बदलाव को लेकर विस्तृत चर्चा की जाएगी। जानकारों के मुताबिक इस दौरान विराट कोहली से उनकी भविष्य की योजना के बारे में भी पूछा जाएगा और फिर उनके भविष्य को लेकर बड़ा फैसला किया जा सकता है। 


रोहित शर्मा ने खेल लिया है आखिरी टेस्ट मैच

इस बीच भारत के दो दिग्गज पूर्व क्रिकेटरों सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री का मानना है कि मेलबर्न में खेला गया बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच शायद रोहित शर्मा के कॅरियर का आखिरी टेस्ट मैच था। गावस्कर ने सिडनी टेस्ट मैच के पहले दिन के खेल के दौरान कहा कि अब यदि भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के लिए क्वालिफाई नहीं करता है तो मेलबर्न टेस्ट रोहित का आखिरी टेस्ट मैच होगा। उन्होंने कहा कि हमने शायद रोहित शर्मा को आखिरी बार टेस्ट मैच खेलते हुए देख लिया है।


कप्तान के फैसले को बताया साहसिक

रवि शास्त्री ने कहा कि सिडनी टेस्ट मैच के टॉस के दौरान मेरे पूछने से पहले ही कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा कि नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने टीम से बाहर रहने का फैसला किया है। उन्होंने यह भी कहा कि शुभमन गिल के खेलने से टीम मजबूत होगी। यह कप्तान का काफी साहसिक फैसला है कि वे आखिरी टेस्ट मैच से बाहर रहने के लिए तैयार हो गए। पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने टीम से बाहर रहने के रोहित शर्मा के फैसले की तारीफ की है।

रोहित को टीम से बाहर करने पर भड़के सिद्धू

दूसरी ओर पूर्व क्रिकेटर और अब सियासी मैदान में सक्रिय नवजोत सिंह सिद्धू ने रोहित शर्मा को टीम से बाहर किए जाने के टीम प्रबंधन के फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कप्तान को कभी भी सीरीज के बीच में टीम से नहीं हटाया जाना चाहिए क्योंकि इससे काफी गलत संकेत जाता है। उन्होंने मार्क टेलर और मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे पूर्व कप्तानों की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें खराब फॉर्म के बावजूद टीम में बरकरार रखा गया था। 


उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा भी टीम प्रबंधन से अधिक विश्वास और सम्मान के हकदार थे। उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया गया। यह विचित्र घटना है और भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुई है। सिद्धू ने कहा कि अगर रोहित को टीम से बाहर रखा जाना था तो उन्हें मौजूदा सीरीज में कप्तान बनाया ही नहीं जाना चाहिए था। अगर किसी महान खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट की काफी सेवा की है तो उसका फॉर्म खराब है या नहीं,इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। रोहित के बारे में इस तरह का फैसला स्वीकार करने योग्य नहीं है।

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