Sanju Samson: साउथ अफ्रीका की धरती पर शतक लगाते ही संजु सैमसन ने रचा इतिहास, सेलिब्रेशन के दौरान दिए रिएक्शन का वीडियो वायरल

IND vs SA Sanju Samson: संजू सैमसन ने अपनी इस पारी में 114 गेंद का सामना करते हुए 108 रन बनाएं, इस दौरान उनके बल्ले से 6 चौके और 03 छक्के भी देखने को मिले

Update:2023-12-21 21:09 IST

Sanju Samson Century Celebration (photo. Social Media)

IND vs SA Sanju Samson: भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच चल रही सीरीज के आखिरी और निर्णायक मैच में भारतीय टीम की ओर से शानदार प्रदर्शन किया गया। टीम के बल्लेबाजों ने मिलकर 296 रन बोर्ड पर खड़े कर दिया। इसमें सबसे ज्यादा योगदान विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) का रहा, जिन्होंने एक शानदार शतक के साथ इतिहास रच दिया। उन्होंने तिलक वर्मा के साथ मिलकर बड़ी साझेदारी भी इस पारी में की थी।

संजू सैमसन का शानदार शतक

आपको बताते चलें कि संजू सैमसन (Sanju Samson) ने दक्षिण अफ्रीका की धरती पर पहली बार वनडे शतक जड़ा है। इसी के साथ वह केरल से आने वाले पहले ऐसे खिलाड़ी बन चुके हैं, जिन्होंने साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर कोई शतक जड़ा हो। उनसे पहले यह कारनामा कोई भी केरल का बल्लेबाज नहीं कर सका था। संजू ने शानदार शतक के बाद सेलिब्रेशन करते हुए बेहतरीन रिएक्शन भी दिए, जो आप इस वीडियो में देख सकते हैं:-

संजू सैमसन ने अपनी इस पारी में 114 गेंद का सामना करते हुए 108 रन बनाएं, इस दौरान उनके बल्ले से 6 चौके और 03 छक्के भी देखने को मिले। वहीं उन्होंने इस दौरान तिलक वर्मा के साथ मिलकर 116 रनों की शानदार साझेदारी भी की थी, वर्मा की बात करें तो उन्होंने भी 77 गेंद का सामना करते हुए 52 रनों की बेहतरीन पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों की के ऐसे प्रदर्शन के कारण ही टीम 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान के बाद भी 296 रनों तक पहुंच सकी।

शतकीय पारी के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने कहा, “वास्तव में भावुक महसूस कर रहा हूं, अभी भावनाओं से गुजर रहा हूं। इसे हासिल कर बहुत खुश हूं। मैं शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत मेहनत कर रहा हूं, अब नतीजे मेरे अनुकूल होते देख खुश हूं। उन्होंने नई गेंद से वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की, और पुरानी गेंद धीमी होती जा रही थी और बल्लेबाजी करना अधिक कठिन होता जा रहा था। इसलिए केएल के आउट होने के बाद, उनके पास गति थी, जहां महाराज बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। लेकिन, मैं और तिलक डटे रहे तथा अंत में मजबूत बने रहे। हम आज एक अतिरिक्त ऑलराउंडर खेल रहे थे, इसलिए मैंने और तिलक ने फैसला किया था कि हमें 40वें ओवर से कड़ी मेहनत करनी होगी।”

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