इस दिग्गज खिलाड़ी ने मारी थी वनडे की पहली हैट्रिक, दिलचस्प है कहानी

भारत में क्रिकेट का इतिहास बहुत पुराना है। जितना पुराना क्रिकेट उतने पुराने किस्से। देश के लोगों के नस नस में इस खेल के प्रति प्रेम है। चाहे टेस्ट हो या वनडे क्रिकेट लोग देखना पसंद करते हैं। और पुराने से पुराने खेले गए मैच से जुड़ी बातें जानने के लिए जिज्ञासु रहते हैं।

Update: 2020-06-12 04:09 GMT

नई दिल्ली: भारत में क्रिकेट का इतिहास बहुत पुराना है। जितना पुराना क्रिकेट उतने पुराने किस्से। देश के लोगों के नस नस में इस खेल के प्रति प्रेम है। चाहे टेस्ट हो या वनडे क्रिकेट लोग देखना पसंद करते हैं। और पुराने से पुराने खेले गए मैच से जुड़ी बातें जानने के लिए जिज्ञासु रहते हैं।

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आज फिर बात कर रहे हैं वनडे क्रिकेट में अब तक 49 हैट्रिक बन चुकी हैं। पहली हैट्रिक की बात करें, तो इसकी कहानी ही अलग थी। पहले प्यार की तरह। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि उस पहली हैट्रिक का जश्न उस पल नहीं मना, बल्कि एक दिन बाद मना।

अपने दूसरे ही वनडे में ली हैट्रिक महज एक वनडे का अनुभव रखने वाले कराची के जलालुद्दीन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में मौका दिया गया था। बता दें कि इमरान खान ने इंग्लैंड दौरे में जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के चलते खुद को आराम दिया था। बात 1982 की है जब पाकिस्तान के दाएं हाथ के मध्यम गति के तेज गेंदबाज जलालुद्दीन ने वो हैट्रिक ली थी। आज जलालुद्दीन का जन्मदिन है। वे 61 साल के हो गए। एक वनडे का अनुभव रखने वाले कराची के जलालुद्दीन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में मौका मिला था। हुआ ये था कि इमरान खान ने इंग्लैंड दौरे में जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के चलते आराम कर रहे थे उनकी गैरमौजूदगी में जहीर अब्बास ने टीम की कप्तानी संभाली थी।

 

जलालुद्दीन ने तोड़ी बॉर्डर-डायसन की जोड़ी

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी ली। पाकिस्तान ने 40 ओवरों के उस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 230 रनों का लक्ष्य दिया। उसके सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने 101 गेंदों पर शानदार 104 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने तेज शुरुआत की। ऑस्ट्रेलिया ने पहले विकेट के लिए 23 ओवरों में 104 रन बनाए इसके बाद तौसीफ अहमद ने तीन विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई स्कोर को 109/3 कर दिया। हालांकि एलन बॉर्डर और जॉन डायसन की जोड़ी ने स्कोर को 157 तक पहुंचाया। जलालुद्दीन ने बॉर्डर को वापस भेजकर उस साझेदारी को तोड़ा। जब जलालुद्दीन ने 162 के स्कोर पर अपने सातवें ओवर की आखिर तीन गेंदों पर तीन विकेट लिए तो उस ओवर की चौथी गेंद पर जलालुद्दीन ने विकेटकीपर बल्लेबाज रोडनी मार्श को बोल्ड कर दिया था। अगली गेंद पर ब्रूस यार्डले को वसीम बारी के हाथों विकेट के पीछे कैच कराया। और इसके बाद ज्योफ लॉसन को बोल्ड कर अपनी हैट्रिक पूरी की।

ज्यादा बड़ा नही रहा करियर

जलालुद्दीन पाकिस्तान के नए गेंदबाज थे इस हैट्रिक से खुश तो हुआ, लेकिन तब उन्हें नहीं पता था कि वनडे क्रिकेट में बड़ा कारनामा कर दिखाया है। जलालुद्दीन ने बाद में स्वीकार किया कि मैच के अगले दिन रिकॉर्ड बुक खंगाले गए, तो इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का खुलासा हुआ। जिससे उनकी खुशी दोगुनी हो गई।इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम 170/9 रन पर ही सिमट गई। पाकिस्तान ने 59 रनों से वह मैच जीत लिया। लेकिन 'मैन ऑफ द मैच' जलालुद्दीन को नहीं दिया गया। उस मैच में शतक जमाने वाले मोहसिन खान को यह अवॉर्ड मिला। जलालुद्दीन का करियर बड़ा नहीं रहा। वह इसके बाद 7 वनडे (कुल 8 वनडे, 14 विकेट) और 6 टेस्ट (11 विकेट) मैच ही खेल पाए।

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और भी बातें....

जलालुद्दीन ने अपने इंटरनेशनल करियर में केवल 6 टेस्ट और 8 वनडे खेले। 12 जून 1959 को पैदा हुए जलालुद्दीन ने हमेशा चश्मा लगाकर क्रिकेट खेली। जलालुद्दीन इकलौते पाकिस्तानी टेस्ट प्लेयर हैं जिनके पास दोनों देशों (इंग्लैंड और पाकिस्तान) की लेवल-3 की कोचिंग एक्रेडिटेशन है। 5 जनवरी 1971 से लेकर 2017 तक वनडे क्रिकेट में 42 हैट्रिक लग चुकी हैं। इंडिया की तरफ से चेतन शर्मा ने 1987 में न्यूजीलैंड के खिलाफ और फिर कपिल देव ने श्रीलंका के खिलाफ 1991 में वनडे हैट्रिक ली है।

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