IND vs ENG: ‘किताबों पर धूल जमने से कहानियां खत्म नहीं होती’ टीम इंडिया में चयन नहीं होने पर निराश इस दिग्गज खिलाड़ी का छलका दर्द
IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम के कईं युवा चेहरों को लगातार मौका दिया जा रहा है, लेकिन एक दिग्गज खिलाड़ी को एक बार फिर से कर दिया नजरअंदाज
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए शनिवार को आखिरी 3 टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया के स्क्वॉड का ऐलान कर लिया गया है। सीरीज के बचे हुए टेस्ट मैचों के लिए अजीत आगरकर एंड कंपनी ने 17 सदस्यीय टीम की घोषणा की, जिसमें एक बार फिर से कईं दिग्गज खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया गया है। तो वहीं युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप को टेस्ट टीम में शामिल किया गया है।
टीम इंडिया से एक बार फिर से नजरअंदाज करने पर निराश हुआ ये दिग्गज
टीम इंडिया की सेलेक्शन कमेटी ने शनिवार को अंतिम 3 टेस्ट के लिए जो टीम चुनी है, वहां उन्होंने दिग्गज खिलाड़ियों की पूरी तरह से अनदेखी कर दी। जिसमें एक खिलाड़ी का दर्द छलक पड़ा है। टीम के लिए काफी समय तक खेले इस खिलाड़ी ने टीम में जगह नहीं मिलने पर अपने इंस्टाग्राम पर बहुत ही इमोशनल अंदाज में स्टोरी शेयर की है, जिससे साफ होता है कि ये खिलाड़ी अपनी जगह ना पाकर काफी ज्यादा दुखी है।
उमेश यादव ने टीम इंडिया में नहीं चुने जाने पर अपना दर्द किया बयां
जी हां... भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की स्क्वॉड में नहीं चुने जाने पर बहुत ही निराशा जाहिर की है। उन्होंने टीम चयन के बाद अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर करते हुए लिखा कि, ‘किताबों पर धूल जमने से कहानियां खत्म नहीं होती’ उमेश यादव ने इस पंक्ति को पेश करके टीम में जगह ना मिल पाने का अपना दर्द बयां किया है। भारतीय टीम में ये दिग्गज गेंदबाज आखिरी बार पिछले साल खेले गए आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में मौका मिला था, उसके बाद से उनकी वापसी नहीं हो सकी है।
उमेश यादव का रणजी सीजन में अब तक रहा है शानदार प्रदर्शन
भारतीय स्पिन पिचों पर भी अपनी पेस बॉलिंग से अक्सर ही बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले उमेश यादव को उम्मीद थी कि टेस्ट सीरीज के आखिरी 3 मैचों में उन्हें मौका दिया जा सकता है। उन्होंने इस रणजी सीजन में जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए केवल 3 मैचों में 18 विकेट झटके हैं, इसी प्रदर्शन के आधार पर उन्हें वापसी की उम्मीद तो थी, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला सका है। उमेश यादव ने 2011 में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने के बाद से लेकर 57 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें वो 170 विकेट लेने में सफल रहे हैं।