Virat Kohli Eat Chicken: चिकन टिक्का खाकर भी कैसे वेगन है विराट कोहली, यहां जानें वजह....

Virat Kohli Eat Chicken: स्टार बल्लेबाज की पोस्ट ने कई प्रशंसकों को हैरान कर दिया क्योंकि सर्वाइकल स्पाइन की समस्या से पीड़ित होने के बाद कोहली ने गैर-शाकाहारी(Non veg) खाना छोड़ दिया था

Update: 2023-12-13 14:46 GMT

Virat kohli (Pic Credit -Social Media)

Virat Kohli Eat Chicken: भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली(Virat Kohli) इंस्टाग्राम पर अपने नवीनतम सोशल मीडिया पोस्ट से चर्चे में है। स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कुछ साल पहले शाकाहारी बने विराट कोहली ने एक कहानी स्टोरी लगाते हुए फैंस, को चौंका दिया कि वह 'मॉक चिकन टिक्का' खा रहे हैं। स्टार बल्लेबाज की पोस्ट ने कई प्रशंसकों को हैरान कर दिया क्योंकि सर्वाइकल स्पाइन की समस्या से पीड़ित होने के बाद कोहली ने गैर-शाकाहारी(Non veg) खाना छोड़ दिया था और पूरी तरह से शाकाहारी बन गए थे। तो ये कैसा चिकन है जिसके खाने के बाद भी वे वेगन कैसे रहे?

स्टोरी बन गया चर्चे का विषय 

विराट ने सोशल मीडिया साइट पर जो इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर की थी कि वह मॉक चिकन टिक्का खा रहे हैं। उसमें एक ट्विस्ट है। दरअसल मॉक चिकन टिक्का पशु-आधारित नहीं बल्कि पौधे-आधारित है। ऐसे में विराट कोहली जिस डिश का स्वाद लेते नजर आ रहे हैं वह पूरी तरह से शाकाहारी(Vegetarian )है।




मॉक चिकन टिक्का वास्तव में क्या है?

मॉक चिकन टिक्का(Mock Chicken Tikka) किसी भी अन्य चिकन टिक्का डिश की तरह है। लेकिन इसमें चिकन को मॉक चिकन से बदल दिया जाता है, जो सोया प्रोटीन, टोफू या कटहल जैसी वनस्पति पर आधारित वस्तुओं से बनाया जाता है। कई सालों से बाजार में चिकन के कई शाकाहारी रिप्लेसमेंट उपलब्ध हैं। लेकिन वे ज्यादातर सोया से बने होते हैं। भोजन की बनावट और स्वाद इसे चिकन के समान बनाता है और कई लोगों को दोनों के बीच अंतर करना मुश्किल लगता है।

मांसाहारी भोजन के शौकीन कोहली को स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पूरी तरह से शाकाहारी बनना पड़ा। 

विराट कोहली शाकाहारी क्यों बने?

कोहली ने 2020 में इंस्टाग्राम लाइव सत्र में कहा था, "इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ से ठीक पहले मांस खाना छोड़ दिया। 2018 में, जब हम दक्षिण अफ्रीका गए, तो टेस्ट मैच खेलते समय मुझे सर्वाइकल स्पाइन की समस्या हो गई। इससे मेरी नस दब गई जो सीधे मेरे दाहिने हाथ की छोटी उंगली तक जा रही थी। इससे मुझे झुनझुनी महसूस हुई और मैं मुश्किल से अपनी छोटी उंगली को महसूस कर सका। मैं रात को सो नहीं पाता था और बहुत दर्द हो रहा था,'' 

कोहली ने आगे कहा, "फिर मैंने अपना टेस्ट करवाया और मेरा पेट बहुत अधिक एसिडिटी वाला था और मेरा शरीर भी, जिससे बहुत अधिक यूरिक एसिड बन रहा था। भले ही मैं कैल्शियम और मैग्नीशियम ले रहा था, लेकिन एक गोली को छोड़कर बाकी सब कुछ मेरे शरीर के ठीक से काम करने के लिए पर्याप्त नहीं था। इसलिए , मेरे पेट ने मेरी हड्डियों से कैल्शियम खींचना शुरू कर दिया और मेरी हड्डियां कमजोर हो गईं। यही कारण है कि मैंने यूरिक एसिड को कम करने के लिए इंग्लैंड दौरे के बीच में मांस खाना पूरी तरह से बंद कर दिया और ईमानदारी से कहूं तो मैंने अपने जीवन में इससे बेहतर कभी महसूस नहीं किया।" 

विराट ने यह भी खुलासा किया कि इस फैसले ने उनके जीवन को काफी हद तक बदल दिया, उनकी ऊर्जा का स्तर बढ़ गया।

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