मैच के दौरान मिली थी पिता की मौत की खबर, कोच के कहने पर लिया था वो फैसला
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली आज 28 साल के हो गए हैं। विराट का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। दाएं हाथ के बल्लेबाज विराट कोहली अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से काफी कम समय में ही किक्रेट जगत का एक सबसे लोकप्रिय चेहरा बन चुके हैं। विराट अपने हर बर्थडे में अपने पिता प्रेम कोहली को सबसे जादा याद करते हैं। उनके पिता का ब्रेन स्ट्रोक की वजह से देहांत हो गया था।
नई दिल्ली : भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली आज 28 साल के हो गए हैं। विराट का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। दाएं हाथ के बल्लेबाज विराट कोहली अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से काफी कम समय में ही किक्रेट जगत का एक सबसे लोकप्रिय चेहरा बन चुके हैं। विराट अपने हर बर्थडे में अपने पिता प्रेम कोहली को सबसे जादा याद करते हैं। उनके पिता का ब्रेन स्ट्रोक की वजह से देहांत हो गया था। विराट के पिता विराट को एक बड़ा क्रिकेटर बनाना चाहते थे। जिसके लिए वह विराट को रोज क्रिकेट सीखने के लिए लेकर जाते थे।विराट कोहली ने अपने करियर की शुरूआत श्रीलंका के खिलाफ 18 अगस्त 2008 को हुए मैच से की थी। अपना पहला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ 20 जून 2011 को खेला था।
विराट ने लिया पिता की मौत के वक्त यह कठिन फैसला
-दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान पर दिल्ली और कर्नाटक के बीच साल 2006 में रणजी ट्रॉफी का मैच हो रहा था।
-दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद रात को करीबन 3 बजे विराट को फोन आता है, जिससे उन्हें पता चलता है कि उनके पिता का ब्रेन स्टोक की वजह से देहांत हो गया है।
-दिल्ली टीम को उस वक्त विराट की बेहद जरूरत थी।18 साल के विराट ने जब अपने पापा की मौत की ख़बर सुनी तो वह पूरी तरह से टूट गए। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें।
-मानसिक परेशानी से निकलने के लिए उन्होंने अपने कोच राजकुमार शर्मा को फोन किया जो कि उस वक्त ऑस्ट्रेलिया में थे।
-अपने कोच को पिता के निधन होने की ख़बर बताई और उनसे नसीहत मागी। कोच ने उन्हें समझाया कि वह इस मैच को खेले और अपने पिता के सपने को पूरा करें।
-इसके बाद कोहली ने अगले दिन खेल के मैदान में अपने पांव रखे और मैच में नापाक 90 रन बनाए। आउट होने के बाद वह सीधे अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल होनें पहुंचे और बाकी का मैच नहीं खेला।
चौथे भारतीय क्रिकेटर हैं विराट
-सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और धोनी के बाद विराट चौथे ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने लगातार तीन साल तक वनडे में 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
-कोहली के नाम वनडे में सबसे तेज 1000, 3000, 4000, 5000, 6000 और 7000 रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड हैं।
-कोहली का सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय स्कोर 183 रन का है जो उन्होंने 18 मार्च 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में बनाये थे।
-कोहली ने 45 टी-20 मैचों में 1,657 रन बनाए हैं जिसमें 16 अर्धशतक शामिल हैं। टी-20 मैचों में उनका सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर 90 रन का है।
-अपने करियर में लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे विराट कोहली मैदान के बाहर भी अपने प्रशंसकों के दिलों पर राज करते हैं।