World Chess Championship : भारत के 18 वर्षीय डी गुकेश ने रचा इतिहास, लिरेन को हराकर बने चेस के नए वर्ल्ड चैंपियन

World Chess Championship : भारत के 18 वर्षीय डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप में नया इतिहास रच दिया है। गुकेश अब शतरंज के नए और सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2024-12-12 19:22 IST

World Chess Championship : भारत के 18 वर्षीय डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप में नया इतिहास रच दिया है। गुकेश अब शतरंज के नए और सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं। उन्होंने गत चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराकर शतरंज की दुनिया में सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। सिंगापुर में खेली जा रही विश्व शतरंज चैंपियनशिप में 13वीं बाजी तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर चल रहे थे मगर 14वीं बाजी ने गुकेश ने लिरेन को मात देते हुए शतरंज की दुनिया में चीन की बादशाहत खत्म कर दी।

चीनी खिलाड़ी को भारी पड़ गई गलती

शतरंज के दोनों ग्रैंड मास्टर्स के बीच इस मुकाबले के दौरान लिरेन की गलती उनके लिए भारी पड़ गई। यह मैच टाई ब्रेकर की ओर बढ़ रहा था मगर इसी दौरान लिरेन ने ऐसी गलती कर दी जिसके कारण उन्हें गेम, मैच और ताज तीनों से हाथ धोना पड़ गया। दोनों खिलाड़ियों के बीच गुरुवार को 14वां और आखिरी राउंड का मुकाबला खेला गया जिसमें गुकेश ने इतिहास रच दिया।

उल्लेखनीय बात यह है कि 18 साल की उम्र में गुकेश ने शतरंज का नया बादशाह बनते हुए चीन की बादशाहत खत्म कर दी। मुकेश चेस के सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं। उनके साथ खास बात यह भी है कि वे 18 साल की उम्र में 18वें वर्ल्ड चेस चैंपियन बने हैं।

आनंद के बाद कमाल दिखाने वाले दूसरे खिलाड़ी

सिंगापुर में विश्व शतरंज चैंपियनशिप का यह मुकाबला कई दिनों से खेला जा रहा था। लिरेन ने पिछले साल यह चैंपियनशिप जीती थी और वे डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में मुकाबला खेलने के लिए उतरे थे। दूसरी ओर गुकेश ने इस साल के शुरुआत में हुए कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर चैलेंजर के रूप में इस चैंपियनशिप में प्रवेश किया था। गुकेश वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहुंचने वाले विश्वनाथन आनंद के बाद सिर्फ दूसरे भारतीय और दुनिया के सबसे युवा खिलाड़ी बने थे और उन्होंने कमाल करके दिखा दिया।

13वीं बाजी तक बराबरी पर थे दोनों खिलाड़ी

चैंपियनशिप के 14वें और आखिरी राउंड से पहले दोनों खिलाड़ियों के बीच 13 मुकाबले खेले गए थे जिसमें दोनों बराबर अंक पर थे। तेरह मुकाबलों के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने दो-दो मैच खेल जीते थे जबकि नौ मुकाबला ड्रा रहे थे। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के 6.5-6.5 अंक थे। अगर 14वां मुकाबला भी ड्रा हुआ होता तो दोनों खिलाड़ियों के सात-सात अंक हो जाते और फिर ट्राई ब्रेकर से शतरंज के नए चैंपियन का फैसला होता मगर 18 वर्षीय दी गुकेश ने यह नौबत नहीं आने दी। उन्होंने 32 वर्षीय लिरेन को हराते हुए नए वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। उन्होंने आखिरी मैच में चीनी ग्रैंडमास्टर को मात देते हुए 7.5-6.5 के अंतर से खिताब अपने नाम कर लिया। विश्व चैंपियन बनने पर गुकेश को 18 करोड़ रुपए मिलेंगे।

इतिहास में दर्ज हुआ गुकेश का नाम

शतरंज का नया विश्व चैंपियन बनने के बाद गुकेश काफी भावुक हो गए और अपनी कुर्सी पर ही बैठे-बैठे रोने लगे। उनके चेहरे पर विश्व चैंपियन बनने की खुशी साफ तौर पर झलक रही थी। 14 वीं बाजी जीतने के साथ ही गुकेश ने विश्व शतरंज के इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया। विश्वनाथन आनंद के बाद पूरी दुनिया में गुकेश ने शतरंज की बादशाहत हासिल करते हुए देशवासियों को खुशी मनाने का बड़ा मौका दिया है। आनंद के बाद विश्व चैंपियन बनने वाले गुकेश दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। गुकेश के वर्ल्ड चैंपियन बनने पर पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है और उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है।

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