VPN क्या है, जिससे खुल जाती हैं ब्लॉक Websites, भारत में कितना सही है इसका इस्तेमाल
VPN का इस्तेमाल कई बड़ी कंपनियां अपने डेटा को सिक्योर करने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल करती हैं। ऑनलाइन सिक्योरिटी और प्राइवेसी को सेफ रखने के लिए VPN का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है।
VPN: अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने VPN के बारे में जरूर सुना होगा। VPN यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (Virtual Private Network)। बता दें कई बड़ी कंपनियां अपने डेटा को सिक्योर करने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल करती हैं। तो ऐसे में आइए जानते हैं VPN क्या है और कैसे इस्तेमाल करते हैं:
VPN क्या है
पिछले कुछ सालों में इंटरनेट का इस्तेमाल काफी तेजी से बढ़ा है। आज के समय में हम सभी जहां इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं तो वहीं इसकी सेफ्टी को लेकर भी ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। ऐसे में ऑनलाइन सिक्योरिटी और प्राइवेसी को सेफ रखने के लिए VPN का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। दरअसल VPN को हम वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क कहते हैं। यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो अनसेफ नेटवर्क को सिक्योर नेटवर्क में बदलने का काम करती है। VPN आपके लोकेशन और आइडेंटिटी को छुपाने में भी मदद करता है।
VPN का इस्तेमाल क्यों करते हैं
VPN आपके लोकेशन और आइडेंटिटी को छुपाने में भी मदद करता है। यह यूजर्स को सेफ्टी प्रदान करता है। अगर आप VPN का इस्तेमाल करते हैं तो कोई भी आपके IP एड्रेस को ट्रैक नहीं कर पाएगा। दरअसल VPN के इस्तेमाल कर आप अपनी ऑनलाइन एक्टिविटी को भी सेफ और हाइड रख सकते हैं। इतना ही नहीं VPN आपको बैन सर्विस और वेबसाइटों तक भी पहुंचने की इजाजत देता है। इसके अलावा अपने फोन या लैपटॉप से अनलाइन बैंकिंग, ट्रेडिंग, कृप्टोकरेंसी जैसे चीजों का इस्तेमाल करने के लिए VPN का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या भारत में VPN इस्तेमाल कर सकते हैं
भारत में VPN का इस्तेमाल करना सही है। दरअसल भारतीय कानून व्यवस्था के अनुसार, वीपीएन का इस्तेमाल कानूनी है, लेकिन यहां कुछ मामलों में इसका इस्तेमाल करना बैन हो सकता है। बता दें वीपीएन का इस्तेमाल अपराधिक गतिविधियों जैसे कि ऑनलाइन धार्मिकता, साइबर क्राइम या अन्य अवैध गतिविधियों के लिए नहीं किया जा सकता।