Famous Shiv Mandir: भगवान शिव के इस अनोखे मंदिर का इस शिवरात्रि जरूर करें दर्शन, हैरान कर देगी वास्तुकला
Kailash Temple Aurangabad: महा शिवरात्रि आ रही है। अगर आप कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं। तो आपको औरंगाबाद के कैलाश मंदिर जरूर जाना चाहिए।
Kailash Temple Aurangabad : घूमने फिरने के शौकीन अक्सर ऐसी जगह पर जाना पसंद करते हैं। जहां जाकर उन्हें अलग-अलग तरह की जानकारी मिल सके। कुछ लोगों को प्राकृतिक स्थान पर घूमना पसंद होता है तो कोई धार्मिक और ऐतिहासिक स्थान पर जाना पसंद करते हैं। भारत एक ऐसा देश है जहां पर ऐतिहासिक से लेकर धार्मिक और प्राकृतिक सभी तरह के स्थान मौजूद है जो लोगों को अपनी और आकर्षित करते हैं।
भारत वैसे भी असंख्य मंदिरों का घर है। यहां जितने मंदिर हैं उनकी गिनती कर पाना मुश्किल है। पूर्व पश्चिम से लगाकर उत्तर और दक्षिण तक हर जगह कई सारे मंदिर बने हुए हैं जिनका अपना ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है।
मंदिर का अपना कोई ना कोई इतिहास है और भक्त यहां अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं। हम आपको महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित एक ऐसे ही ऐतिहासिक मंदिर के बारे में बताते हैं जो भगवान शिव को समर्पित है। ये मंदिर सबसे ज्यादा अपनी संरचना से लोगों को आकर्षित करता है। मंदिर कहीं और नहीं बल्कि एलोरा की गुफाओं में मौजूद है और इसे कैलाश मंदिर के नाम से पहचाना जाता है।
मंदिर का इतिहास
कैलाश मंदिर के इतिहास की बात करें तो इसका निर्माण 757 से 783 ई के बीच राष्ट्रकूट वंश के राजा नरेश कृष्ण प्रथम ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण में 40000 तान के पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। इसे पूरी तरह से काटकर मंदिर का आकार दिया गया है। बताते हैं कि इस मंदिर को बनवाने में 7000 से भी ज्यादा मजदूर लगे थे। भगवान शिव का शिवलिंग विराजमान है। बोला जाता है कि यह हिमालय के कैलाश मंदिर की तरह दिखाई देता है।
मंदिर से जुड़े रहस्य
कैलाश मंदिर से कई तरह के रहस्य भी जुड़े हुए हैं। जो लोगों को आकर्षित करते हैं। बताया जाता है कि इस विशाल मंदिर का निर्माण एक सप्ताह के अंदर कर दिया गया था और फिर खुदाई के दौरान इसे खोजा गया। यह भी बताया जाता है कि राजा नरेश कृष्ण प्रथम बीमार हो गए थे और उनकी पत्नी ने यह प्रण लिया था कि अगर वह ठीक हो जाएंगे तो शिव मंदिर का निर्माण करवाएंगी जिसके बाद इस मंदिर को बनाया गया।
अद्भुत है वास्तु कला
कैलाश मंदिर की वास्तुकला आज भी लोगों को हैरान करती है। ये मंदिर बहुत ही विशाल है और दो मंजिला बना हुआ है। एक ही पत्थर की शिला पर बना हुआ यह मंदिर दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति माना जाता है। मंदिर 90 फीट ऊंचा है और यहां पर एक आंगन और कई सारी कोठियां बनी हुई है।
घूमने कब जाएं
आप इस मंदिर का दीदार करने के लिए जाना चाहते हैं तो किसी भी मौसम में यहां पर पहुंचा जा सकता है। यह सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है। मंगलवार के दिन यहां पर ना जाएं क्योंकि यह बंद रहता है। शिवरात्रि के मौके पर यहां विशेष तौर पर लोगों की भीड़ पड़ती है।
लेना होगा टिकट
आप औरंगाबाद के इस शानदार कैलाश मंदिर के दर्शन करने जाएंगे तो आपको इसके लिए टिकट लेना होगा। भारतीय लोगों के लिए यहां पर ₹10 टिकट लिया जाता है और विदेशी सैलानियों का टिकट ₹250 लगता है।