Maha Shivratri in Lucknow: भगवान शिव के ये मंदिर हैं बेहद ख़ास, जानिए लखनऊ के इन प्रसिद्ध शिव मंदिरों के पीछे का चमत्कार

Maha Shivratri in Lucknow: इस महाशिवरात्रि को आप लखनऊ के इन प्रसिद्ध और प्राचीन शिव मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं और जानिए यहाँ की मान्यता और इनसे जुड़ी पौराणिक कथाएं।;

Update:2025-02-23 17:41 IST

Maha Shivratri in Lucknow (Image Credit-Social Media)

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 26 फरवरी को है ऐसे में जहाँ भक्त महादेव की भक्ति में लीन रहते हैं वहीँ उनके मंदिरों में भी आपको लोगों की भारी भीड़ नज़र आती है। वहीँ आज हम आपको लखनऊ के कुछ ख़ास शिव मंदिरों की महिमा,चमत्कार और मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं।

लखनऊ के प्रसिद्ध शिव मंदिर

लखनऊ शहर में कई ऐसे प्राचीन मंदिर हैं जिनकी मान्यता काफी ज़्यादा है। आइये जानते हैं लखनऊ के प्रसिद्ध शिव मंदिर कौन कौन से हैं और इनकी मान्यता क्या है।

मनकामेश्वर मंदिर, लखनऊ

Mahashivratri 2025 (Image Credit-Social Media)

लखनऊ के गोमती नदी के तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर लगभग 1000 साल पुराना शिव मंदिर है। इसे लखनऊ के प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर के पीछे कई पौराणिक कथाएं भी शामिल हैं। कहते हैं भगवान लक्ष्मण ने भगवान शिव से यहां प्रार्थना की थी। ऐसा भी माना जाता है कि भक्त अगर पूरी श्रद्धा से इस मंदिर में आते हैं तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसीलिए इस मंदिर का नाम मनकामेश्वर मंदिर पड़ा है। ये मंदिर सुबह 5:00 से दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 3:00 से 10:30 बजे तक अपने भक्तों के लिए खुला रहता है। सोमवार को छोड़कर अन्य सभी दिनों में मंदिर दोपहर 12:00 से 3:00 बजे तक बंद रहता है वहीँ रात में 10:30 बजे तक इस मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं।

बुद्धेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ

Mahashivratri 2025 (Image Credit-Social Media)

लखनऊ शहर के मोहन रोड पर स्थित बुद्धेश्वर महादेव मंदिर बेहद प्रसिद्ध शिव मंदिरों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में स्वयं भगवान् लक्ष्मण ने शिव जी की आराधना की थी। साथ ही बुधवार के दिन भोलेनाथ ने उन्हें दर्शन भी दिए थे। यही वजह है कि सभी शिव मंदिरों में जहाँ सोमवार को शिव जी की पूजा अर्चना होती है वहीँ यहाँ बुधवार को महादेव की विशेष पूजा और आरती की जाती है। वहीँ इस मंदिर में आपको भगवान् शिव का प्रतिदिन नया रूप देखने को मिलेगा। यहाँ उनका हर दिन अलग तरह का श्रृंगार किया जाता है। अगर आप इस मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन करने जाना चाहते हैं तो आप सुबह 4 बजे से रात 12 बजे तक उनके दर्शन कर सकते हैं।

सिद्धनाथ मंदिर लखनऊ


 लखनऊ के नादान महल रोड पर स्थित नादान महल रोड पर स्थित शिव भक्तों के बीच बेहद प्रसिद्ध है साथ ही इसकी काफी ज्यादा मान्यता है। कहा जाता है कि यहां पर भगवान भोलेनाथ स्वयं विराजमान है। वहीँ ऐसा भी कहा जाता है कि कभी लक्ष्मण शेषनाग के अवतार के रूप में यहां भोलेनाथ की पूजा करने आते थे। शिव भक्तों की इस मंदिर को लेकर विशेष मान्यताएं और श्रद्धा भाव है। इस मंदिर में जाने के लिए आप सुबह 6:00 से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 4:00 से 10:00 तक जा सकते हैं।

कोनेश्वर महादेव मंदिर, लखनऊ

लखनऊ के चौक में स्थित कोनेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान लक्ष्मण ने इस स्थान पर महादेव का अभिषेक और पूजन किया था। यहां स्थित शिवलिंग रूप में महादेव मंदिर के कोने में स्थित है यही वजह है कि इस मंदिर का नाम कोनेश्वर महादेव मंदिर पड़ा।

गोमेश्वर महादेव मंदिर, लखनऊ

Mahashivratri 2025 (Image Credit-Social Media)


गोमती नदी के बीचो-बीच में स्थित गोमेश्वर महादेव मंदिर अपनी अद्भुत लीलाओं के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर पूरे 12 महीने गोमती नदी के बीच में विराजमान रहता है और भक्त महादेव के दर्शन के लिए नाव से यहां आते हैं। यह मंदिर डालीगंज में स्थित है। वहीँ ऐसी भी मान्यता है कि जो भक्त पूरी श्रद्धा से इस मंदिर में आता है उसकी सभी मनोकामनाएं महादेव अवश्य पूरी करते हैं। 

महाशिवरात्रि का दिन शिव भक्तों के लिए बेहद खास माना जाता है कहते हैं कि भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए यह सबसे खास दिन होता है.वहीँ पौराणिक मान्यताओं की माने तो महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को महा शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है ऐसे में इस साल यह त्यौहार 26 फरवरी को मनाया जाएगा।

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है जो फाल्गुन माह में मनाया जाता है। इस दिन भक्त महादेव को खुश करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं शिव मंदिरों में जाकर दीपक जलाकर शिवलिंग पर जल अर्पण करते हैं साथ ही बेलपत्र, बेर, मदार के फूल, दूध, दही आदि से शिव जी का अभिषेक करते हैं।

कहते इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भक्त जीवन में सुख समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए व्रत रखते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि महादेव इस दिन अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते हैं और उनके भाग्य में वृद्धि करते हैं।  

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