Beautiful Temple in Bihar: ये हैं बिहार के 10 खुबसूरत मंदिर, जिनका इतिहास है हजारों साल पुराना
Beautiful Temple in Bihar: बिहार कई महान योद्धा, राजा और महान पुरुषों से जुड़ा इतिहास है। बिहार में कई ऐसी मंदिर और धार्मिक स्थल है, जहां हर रोज लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
Beautiful Temple in Bihar: कई साल पहले बिहार को मगध नाम से जाना जाता था। यहां सम्राट अशोक, गौतम बुद्ध, बिन्दुसार, हर्षवर्धन, चंद्रगुप्त मौर्य आदि कितने ही महान योद्धा, राजा और महान पुरुषों से जुड़ा इतिहास है। बिहार में कई ऐसी मंदिर और धार्मिक स्थल है, जहां हर रोज लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। आइए जानते हैं बिहार के 10 खूबसूरत धार्मिक स्थल के बारे में:
महाबोधी मंदिर, गया
बिहार के गया जिले में स्थित महाबोधि मंदिर का इतिहास ऐसा रहा है कि यहां हर दिन हजारों और लाखों में पर्यटक आते हैं। महाबोधी मंदिर भगवान बुद्ध से जुड़ा मंदिर है। कहते हैं यहां भगवान बुद्ध से ज्ञान अर्जित किया था। दरअसल निरंजना नदी (Niranjana River) के तट पर स्थित इस मंदिर को यूनेस्को द्वारा एक विश्व धरोहर (UNESCO World Heritage Site) से मान्यता प्राप्त है।
पटन देवी (Patan Devi Mata Mandir,Maa Pataneswari) पटना
पटन देवी माता मंदिर भारत के 51 शक्ति पीठों में से एक है। दरअसल पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु के 'सुदर्शन चक्र' से काटी गई देवी सती (Devi Sati) की 'दाहिनी जांघ' यहीं पर गिरी थी। बता दे कि इस मंदिर को बिहार का सबसे प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर माना जाता है। (Patan Devi is one of the most famous Bihar temples)। यह बिहार की राजधानी पटना के पटना सिटी में स्थित है।
अशोकधाम मंदिर, लखीसराय (Ashokdham Temple, Lakhisarai)
बिहार के लखीसराय में स्थित अशोकधाम मंदिर काफी मशहूर धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर को इंद्रदमनेश्वर महादेव मंदिर (Indradamneshwar Mahadev Mandir) के नाम से भी जाना जाता है। बता दे कि महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर यहाँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने के बाद देवों के देव महादेव (Devon ke Dev Mahadev) के दर्शन करते हैं। आप चाहें तो अन्य दिनों में भी यहाँ जाकर माता पार्वती और भगवान शिव (Lord Shiva & Maa Parvati) की पूजा कर सकते हैं।
जानकी मंदिर, सीतामढ़ी (Janki Mandir, Sitamarhi)
बिहार के सीतामढ़ी में मां सीता का जानकी मंदिर स्थित है। दरअसल रामायण (Ramayan) के अनुसार सीतामढ़ी को मां सीता का जन्मस्थल है, यहां मां सीता ने जन्म लिया था। बता दे कि नवरात्रि और राम नवमी (Navratri & Ram Navmi) के त्योहारों के दौरान हजारों की संख्या में भक्त यहाँ आते हैं और भगवान का दर्शन करते हैं।
थावे मंदिर, गोपालगंज (Thawe Temple)
बिहार के गोपालगंज में मां थावेवाली की मंदिर स्थित है। दरअसल यह मंदिर बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां नवरात्रि के समय हजारों की संख्या में भक्त आते हैं और मातारानी का दर्शन पाते हैं। यहां का परकिया (मिठाई) काफी मशहूर है। यहां सच्चे मन से मां थावेवाली की पूजा करने से मातारानी प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी कर देती हैं।
मिथिला शक्ति पीठ (Mithila Shakti Peeth, Bihar Temple)
बिहार के दरभंगा में स्थित मिथिला शक्ति पीठ बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है, यहां मां सती का बायां कंधा (Left shoulder of Mata Sati) गिरा था। दरअसल ऐसा कहा जाता है कि देवी सती ने अपने पिता राजा दक्षिणेश्वर द्वारा आयोजित हवन की आग में कूदकर अपनी जान दे दी थी। इस दौरान जब भगवान शिव (Lord Shiva) माता सती की शरीर को ले कर पृथ्वी के चारों ओर भ्रमण रहे थे तब भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र (Sudarshan Chakra of Lord Vishnu) का उपयोग करके शरीर को 51 भागों में विभाजित कर दिया था।
सुमेरा सूर्य मंदिर, जहानाबाद (Sun Temple Sumera, Jehanabad)
बिहार के जहानाबाद जिले के सुमेरा गांव (Sumera Village, Jehanabad) में स्थित यह सूर्य मंदिर अपनी बेहतरीन ख़ूबसूरती के लिए मशहूर है। साल 2000 में बनकर तैयार हुए इस मंदिर में छठ पर्व (Chhath Parv) पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। छठी मइया (Chhathi Maiya) के महापर्व में लोग सुमेरा सूर्य मंदिर (Sumera Sun Temple) के पवित्र तालाब में डुबकी लगाकर अर्घ देते हैं। यहां हजारों की संख्या में भक्त आते हैं।
विष्णुधाम मंदिर, सिवान (Vishnu Dham Mandir, Siwan)
बिहार के सिवान जिले में विष्णुधाम मंदिर है, जो काफी पॉपुलर है। बता दे कि उत्तर भारत में भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की सबसे बड़ी मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान पर एक पेड़ के नीचे एक बढ़ई को भगवान विष्णु की एक मूर्ति मिली थी जिसके बाद वहां के लोगों और अधिकारियों ने दक्षिण भारतीय वास्तुकला (South Indian Architecture) में एक भव्य मंदिर का निर्माण किया, जिसे देखने और पूजा करने हजारों भक्त आते हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना
बिहार की राजधानी पटना में स्थित इस्कॉन मंदिर (Iskcon Temple) की खुबसूरती श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। बता दे कि दो एकड़ क्षेत्र में फैले इस मंदिर की ऊंचाई 108 फीट है। साथ ही इसके गर्भगृह में एक साथ पांच हजार लोग बांके-बिहारी सहित अन्य भगवान की मूर्तियों का दर्शन-पूजन करते हैं। दरअसल मथुरा और गुजरात के बाद पटना देश का तीसरा मंदिर होगा, जिसमें 84 खंभा पुरातन तकनीक का प्रयोग किया गया है। इस्कॉन मंदिर बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक बन गई है, जहां हजारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
विराट रामायण मंदिर, पूर्वी चंपारण
आने वाले दिनों में विराट रामायण मंदिर की खुबसूरती के चर्चे दुनियाभर में होंगे। दरअसल बिहार के पूर्वी चम्पारण (East Champaran) के जानकीपुर में बन रहा यह मंदिर कम्बोडिया के अंकोरवाट (Angkor Wat in Cambodia) की तरह ही दिखेगा। बता दे कि इसकी ऊंचाई और आकार अंकोरवाट से दुगनी बनाए जाने की योजना है। यह पूरी तरह से बनने के बाद यह विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक संरचना होगी (world's biggest religious structure in Bihar)।