Swarved Mahamandir Dham: 20 सालों में बनकर तैयार हुआ वाराणसी का अनोखा सात मंजिला स्वर्वेद मंदिर, जानें इसके बारे में

Swarved Mahamandir Dham Varanasi: स्वर्वेद महामंदिर, जैसा कि नाम से पता चलता है, आध्यात्मिकता का मंदिर है। स्वर्वेद महामंदिर स्वर्वेद को समर्पित है, जो एक आध्यात्मिक ग्रंथ है। स्वर्वेद महामंदिर की नींव सद्गुरु श्री सदाफल देवजी महाराज द्वारा राखी गयी थी।

Written By :  Preeti Mishra
Update:2023-12-15 11:45 IST

Swarved Mahamandir Dham Varanasi(Image credit: social media)

Swarved Mahamandir Dham Varanasi: वाराणसी में एक ऐसा मंदिर बनकर तैयार हो चुका है जिसकी बनावट अद्भुत है। यह मंदिर सात मंजिला है और इसको कमल के आकार की तरह बनाया गया है। स्वर्वेद मंदिर धाम को बनाने में लगभग 100 करोड़ की लागत आयी है।

बताया जा रहा है कि मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान केंद्र बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17-18 दिसंबर के अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह मंदिर स्वर्वेद विहंगम योग संत समाज द्वारा बनाया गया है। पीएम मोदी महामंदिर के 100वें वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे।

मंदिर का निर्माण है आध्यात्मिक जड़ों के साथ आधुनिक वास्तुकला

स्वर्वेद महामंदिर, जैसा कि नाम से पता चलता है, आध्यात्मिकता का मंदिर है। स्वर्वेद महामंदिर स्वर्वेद को समर्पित है, जो एक आध्यात्मिक ग्रंथ है। स्वर्वेद महामंदिर की नींव सद्गुरु श्री सदाफल देवजी महाराज द्वारा राखी गयी थी। यह मंदिर लगभग 20 सालों में बनकर तैयार हो रहा है। मंदिर करीब 64 हजार वर्ग फीट में बना है। यह मंदिर सात मंजिला होगा। मंदिर में स्वर्वेद के दोहे अंकित किए गए हैं। मुख्य गुंबद 125 पंखुड़ियों के विशालकाय कमल पुष्प की तरह है। मंदिर के ध्यान केंद्र में एक साथ 20000 से ज्यादा लोग मैडिटेशन कर सकते हैं।


स्वर्वेद महामंदिर की मुख्य विशेषताएं

-विश्व का सबसे बड़ा ध्यान केंद्र.

-चेतन सत्ताओं को जानने हेतु अनुसंधान का केन्द्र।

-एक 7-स्तरीय सुपर-संरचना।

-3137 स्वर्वेद छंद मकराना संगमरमर पर उत्कीर्ण हैं।

-20,000 से अधिक लोग एक साथ बैठकर ध्यान कर सकते हैं।

-125 पंखुड़ी वाला कमल गुंबद।

-सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज के जीवन पर यांत्रिकी प्रस्तुति।

-इसमें सामाजिक कुरीतियों और सामाजिक बुराइयों का उन्मूलन शामिल है।

-ग्रामीण भारत की भलाई के लिए अनेक सामाजिक-सांस्कृतिक परियोजनाओं का केंद्र

-आध्यात्मिकता के शिखर से प्रेरित - स्वर्वेद

-भारतीय विरासत की झलक दर्शाती जटिल नक्काशीदार बलुआ पत्थर की संरचनाएँ

-मंदिर की दीवारों के चारों ओर गुलाबी बलुआ पत्थर की सजावट।

-औषधीय जड़ी-बूटियों वाला उत्तम उद्यान।


स्वर्वेद महामंदिर का है आध्यात्मिक महत्व

स्वर्वेद महामंदिर का उद्देश्य मानव जाति को अपनी शानदार आध्यात्मिक आभा से रोशन करना और दुनिया को शांतिपूर्ण सतर्कता की स्थिति में लाना है; वास्तव में, आध्यात्मिक जिज्ञासा का उदय वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों में दुनिया और अस्तित्व के बारे में सोचने के एक अलग तरीके को प्रेरित करेगा; इस प्रकार हमें एक सामान्य मानवता के रूप में प्रगति करने की अनुमति मिलती है। मंदिर बनाने का उद्देश्य तीव्र घृणा और शत्रुता से भरे आधुनिक युग में, स्वर्वेद महामंदिर खुद को प्रेरणा, शांति और सद्भाव के एक अपूरणीय स्रोत के रूप में स्थापित करेगा।

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