Devi Ahilya Mandir: भारत के इस मंदिर में सिर्फ महिला पुजारी ही कराती हैं पूजा, जानिए कहां स्थित है मंदिर
Devi Ahilya Mandir: कई मंदिरों की आस्था के चर्चे तो देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुने जाते हैं, जहां पर दूर-दूर से आकर लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
Devi Ahilya Mandir: देश में कई खास और फेमस और खास मंदिर हैं जहां हर लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं। कई मंदिरों की आस्था के चर्चे तो देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुने जाते हैं, जहां पर दूर-दूर से आकर लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। लेकिन हमारे देश में एक मंदिर ऐसा भी है जहां सिर्फ महिला पुजारी को ही पूजा करने की इजाजत दी जाती है। यहां किसी भी पुरूष पुजारी को पूजा करने की अनुमति नहीं दी जाती है।
इस मंदिर में सिर्फ महिला पुजारी करती हैं पूजा
देवी अहिल्या माता मंदिर
यह मंदिर देवी अहिल्या के नाम से जाना जाता है, जोकि श्राप मुक्ति स्थल कहा जाता है। यह मंदिर बिहार के दरभंगा जिले के कमतौल स्थित है, जहां पर देवी अहिल्या की प्रतिमा विराजित है। कहा जाता है कि गौतम ऋषि ने श्राप दिया था, जिसके बाद देवी अहिल्या पत्थर की मूर्ति बन गई थी। जिनका उद्धार त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने किया था।
गौतम ऋषि की पत्नी थीं देवी अहिल्या
गौतम ऋषि की पत्नी देवी अहिल्या ही थीं। कथाओं की मानें तो स्वर्गलोक के राजा देवी अहिल्या को देखकर मोहित हो गए थे। एक समय गौतम ऋषि अपने आश्रम से बाहर गए थे, तो देव इंद्र ऋषि का वेश धारण करके उसी आश्रम में आ पहुंचे। वहीं जब इंद्र कुटिया से निकल रहे थे तो गौतम ऋषि ने उन्हे पहचान लिया।
गौतम ऋषि ने दिया श्राप
यह सब देखकर गौतम ऋषि ने क्रोध में आकर अपनी पत्नी को पत्थर की शिला बनने का श्राप दे दिया था। इसी श्राप की वजह से इंद्रलोक पर भी असुरों का अधिकार हुआ। फिर त्रेतायुग में भगवान श्रीराम के चरण स्पर्श से देवी अहिल्या श्राप मुक्त हुईं थीं। कहा जाता है कि इस मंदिर में शुरुआत से ही महिला पुजारी ही पूजा कराती आ रही हैं। यही परंपरा सदियों से चल रही है।