Vaishno Devi Temple: वैष्णो देवी के आसपास स्थित 10 खूबसूरत जगह, स्वर्ग से कम नहीं
Beautiful Places Near Vaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी मंदिर(Maa Vaishno Devi Temple)में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, मां वैष्णो देवी(Maa Vaishno Devi)की दर्शन पाते हैं।
Beautiful Places Near Vaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी मंदिर (Maa Vaishno Devi Temple) में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और मां वैष्णो देवी की दर्शन पाते हैं, खासकर नवरात्र के समय यहां भक्तों की बहुत लंबी भिड़ होती है। भारत के जम्मू में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर दुनियाभर में बहुत मशहूर है।
कहते है यहां जो भी भक्त श्रद्धा से मातारानी से जो भी मन्नत मांगते हैं मातारानी अपने भक्तों की सारी मनोकामना पूरी कर देती हैं। यहां दूर दूर से भक्त माता के दर्शन पाने के लिए आते हैं। बता दे जम्मू में मां वैष्णो देवी मंदिर के पास कई ऐसी जगहें स्थित जहां जरूर घूमना चाहिए। आइए जानते हैं कौन से हैं वे जगहें, जहां आपको जरूर घूमना चाहिए:
सनासर (Sanasar)
मां वैष्णो देवी जी का दर्शन करने के बाद अगर आप किसी हिल स्टेशन घूमना चाहते हैं तो आपको सनासर ज़रूर घूमना चाहिए। दरअसल आप इस खूबसूरत जगह पर घूमने के साथ-साथ पैराग्लाइडिंग, बोट राइड और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी अन्य कई एक्टिविटीज एन्जॉय कर सकते हैं। साथ ही यहां कश्मीरी संस्कृति को भी अच्छे से देख सकते हैं। बता दे कटरा से सनासर लगभग 2 घंटे में पहुंच सकते हैं।
बटोत (Batote)
दरअसल बटोत एक बेहद ही खूबसूरत और लोकप्रिय हिल स्टेशन है। बता दे चेनाब नदी के किनारे स्थित इस जगह पर घूमने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं। यहां आप आराम से सुकून के पल बिता सकते हैं। दरअसल यहां की वादियों में घूमने के साथ-साथ यहां आप जंगल में कैंपिग कर सकते हैं। इसके अलावा आप यहां ट्रैकिंग का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं। बता दें कि कटरा से बटोत की दूरी करीब 81 किमी है और पटनीटॉप से लगभग 12 किमी दूर है।
झज्जर कोटली (Jhajjar Kotli)
झज्जर कोटली मां वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने के लिए एक बेस्ट और खूबसूरत जगह है। यहां की खूबसूरती और सुंदरता आपको बहुत पसंद आएंगी। दरअसल यह एक फेमस पिकनिक स्पॉट भी है। यहां आपको परिवार, दोस्तों या पार्टनर के साथ घूमने के लिए ज़रूर जाना चाहिए। इसके अलावा यहां आप एडवेंचर गेम्स का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं। बता दे मां वैष्णो देवी मंदिर से झज्जर कोटली की दूरी लगभग 31 किमी है।
सिहाड़ बाबा (Sihad Baba)
मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद सिहाड़ बाबा के मंदिर जरूर जाएं। दरअसल सिहाड़ बाबा के पास एक झरना है, जो लगभग 20 मीटर ऊंचा है, यहां पहले लोग इस झरने के नीचे नहाया करते थे। लेकिन बाद में आपदा के डर की वजह से लोगों को झरने के नीचे नहाने की मनाही है। वैसे, अगर आप कपड़े लेकर अपने साथ आएं हैं, तो थोड़ा आगे चलकर लोगों के लिए नहाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही शांति वाला समय बिताने के लिए ये जगह अच्छी है।
देवी पिंडी (Devi Pindo)
अगर आप ट्रैकिंग का शौक रखते हैं, तो आपके लिए देवी पिंडी जगह बहुत ही बेस्ट है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि वैष्णो माता साल के कुछ दिन देवी पिंडी में रहती हैं। बता दे लगभग तीन घंटे की ट्रैकिंग को पूरा करने के बाद इस मंदिर के दर्शन होते हैं। मां वैष्णो देवी का दर्शन पाने के लिए आपको कटरा से 8 किमी दूर पैंथल पर उतरकर ट्रेकिंग का रास्ता शुरू करना होगा। बता दे इस खूबसूरत जगह के बारे में कम ही लोग जानते हैं। अगर आप वैष्णो देवी यात्रा का प्लान कर रहे हैं, तो इस जगह को भी अपनी लिस्ट में जरूर शामिल कर लें।
बाबा धनसर (Baba Dhansar)
जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में बाबा धनसर का मंदिर स्थित है। बता दे ये मंदिर कटरा से 17 कि.मी. दूर स्थित है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव माता पार्वती को अपने अमर होने का ज्ञान देने अमरनाथ गए थे, यहां से जब वो निकले तो उनका शेषनाग अनन्तनाग में ही रह गया। शेषनाग के पुरुष अवतार के एक पुत्र धनसार भी हैं, जिनके बारे में यह बताया गया है कि वो संत किस्म के थे। बता दे मंदिर में 200 मीटर नीचे जाकर बाबा धनसर के दर्शन होते हैं। इसके अलावा आपको यहां काफी ज्यादा बंदर भी देखने को मिल जाएंगे।
नौ देवी मंदिर (Nav Devi Temple)
दरअसल कटरा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर नौ देवी का मंदिर है। बता दे ये मंदिर बिल्कुल मां वैष्णो देवी दरबार जैसा बनाया गया है। साथ ही इस मंदिर में एक गुफा है, कहते हैं इस गुफा को मोटे से मोटा आदमी भी पार कर सकता है। बता दे कटरा आने वाले श्रदालु, जिनको इस मंदिर के बारे में जानकारी है, वो इस मंदिर के दर्शन करने जरूर जाते हैं।
बाबा जित्तो (Baba Jitto)
दरअसल जम्मू शहर से 15 किलोमीटर दूर झिड़ी गांव में क्रांतिकारी किसान बाबा जित्तो का मंदिर है। बता दे इस नगरी में पारंपरिक तरीके से वार्षिक मेला लगाया जाता है। बता दें, बाबा जित्तो एक किसान थे, जिन्होंने उस समय की सामंती व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। दरअसल बाबा जित्तो मां वैष्णो देवी के बहुत बड़े भक्त थे, उनकी भक्ति को देखते हुए माता ने उन्हें आशीर्वाद दिया था। बता दे बाबा जित्तो ने अपने लिए कुछ न मांगते हुए, पूरे गांव के लोगों के लिए खेतों में पानी की उपस्थिति की मांग की। जिसके बाद माता ने आशीर्वाद के रूप में ऐसी व्यवस्था की कि यहां साल में 7 अलग-अलग मौसम में बारिश होती है। बता दे गांव वाले सबसे पहले अपने खेत का अन्न बाबा जित्तो को चढ़ाते हैं, उसके बाद अपने लिए इकट्ठा करते हैं।
अर्धकुवारी गुफा (Ardhkuwari Gufa)
दरअसल अर्धकुवारी गुफ़ा मां वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है। बता दे यह गुफा वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग में ही स्थित है जो तीर्थयात्रियों के लिए विश्राम भवन के रूप में भी बहुत काम करता है। दरअसल 52 फीट लंबी इस गुफा को गर्बाजून गुफा के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकी गुफा का आकार माता के गर्भ जैसा है।बता दे इस गुफा से जुडी एक पौराणिक कथा भी काफी प्रसिद्ध है जिसके अनुसार माना जाता है कि जब माता वैष्णो ने भैरव वध किया था तो उसका सिर घाटी में उड़ गया, जबकी उसका शरीर अर्ध कुवारी गुफा में ही रह गया।
त्रिकुटा पर्वत (Trikuta Parvat)
दरअसल त्रिकुटा पर्वत कटरा का एक पवित्र स्थान और पर्यटक स्थल है, जो माता वैष्णो देवी की यात्रा के लिए आने वाले हिंदू तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। बता दे त्रिकुटा पर्वत देवघर से दुमका के रास्ते में 10 किमी दूर है और 752 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिसे त्रिकूटाचल के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल बता दे इस पवित्र स्थल पर त्रिकुटाचल महादेव मंदिर नामक एक शिव मंदिर भी स्थित है, जहाँ भगवान शिव और देवी त्रिशूली की पूजा की जाती है। त्रिकुटा पर्वत कटरा में घूमने के लिए सबसे आकर्षक जगहों में से एक भी है, और यह स्थान ज्यादातर पिकनिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इसके अलावा जम्मू में मां वैष्णो देवी मंदिर के पास घूमने के लिए भैरों मंदिर (Bhairav Temple), बाण गंगा नदी (Ban Ganga River), गीता मंदिर (Geeta Mandir), चरण पादुका मंदिर (Charan Paduka Temple) आदि जगह भी घूम सकते हैं।