रविवार के दिन तुलसी को तोड़ना है वर्जित, इसके पीछे है ये वजह

Update: 2017-09-04 04:10 GMT

जयपुर: हिंदू धर्म और संस्कृति में ऐसे कई रीति-रिवाज हैं जिनका सदियों से पालन होता आ रहा है। सप्ताह के सभी दिनों में कुछ नियम है। जिनके विरुद्ध चलना संस्कृति के खिलाफ है।धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि रविवार को तुलसी नहीं तोड़ना चाहिए और न उसमें पानी डालना चाहिए।

माना जाता है कि तुलसी भगवान विष्णु को अत्यधिक प्रिय है।तभी शालिग्राम भगवान का विवाह तुलसी से हुआ। बृहस्पतिवार के दिन भगवान को तुलसी की पत्ती चढ़ाई जाती है। रविवार भगवान विष्णु को प्रिय है इसलिए इस दिन तुलसी नहीं तोडना चाहिए। रविवार तुलसी व्रत का दिन भी होता है।व्रत में पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए इससे जीवन में बाधा पहुंचती है।

तुलसी की पत्तियों से लेकर उसकी जड़ तक के कई हैं फायदे

रोज सुबह शाम तुलसी के पौधे का सामने दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। घर के दरवाजे के दोनों तरफ तुलसी के पौधे लगाने से सौभाग्य बढ़ता है। तुलसी के सामने अशुभ सपने को बोलने से सारे दोष खत्म हो जाता है। अपने घर में बच्चों को रविवार के दिन छोड़कर तीन पत्ते खिलाएं। इससे उनमें जिद्दीपने की भावना खत्म होगी।यदि आपकी कन्या का विवाह नहीं हो रहा है तो तुलसी के पौधे को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखकर उसकी पूजा करें।

गले में तुलसी की माला धारण करने वाले व्यक्ति के पास नकारात्मक शक्तियां नहीं आती। तुलसी की माला धारण करने वाले को कभी कोई भय नहीं सताता। पूजन करते समय किसी तुलसी मंत्र का जप करेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा। यह एक तांत्रिक उपाय है और इसे करने पर आपको धन संबंधी कार्यों में भी विशेष सफलता प्राप्त होगी।

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