नई दिल्ली : 6 अगस्त, 1945 को जापान में सुबह के सवा आठ बज रहे थे। हिरोशिमा शहर अभी ठीक से जागा भी नहीं था। लेकिन अगले कुछ ही मिनटों में 80,000 लोग बेमौत मारे जाते हैं और 35,000 गंभीर तौर पर घायल होते हैं। आज भी हजारों उस तबाही के निशान लिए जिए जा रहे हैं। अमेरिकी बॉम्बर प्लेन एनोला गे ने हिरोशिमा पर दुनिया का सबसे पहला एटॉमिक बम 'लिट्ल बॉय' गिराया था। आइये इस हमले से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें जानते हैं...
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- अमेरिकी वायुसेना ने हिरोशिमा पर आकाश से छोटे पम्फलेट बरसा हिरोशिमा की जनता को बमबारी के लिए आगाह किया था।
- हिरोशिमा में पीड़ितों की याद में शांति की ज्वाला 1964 में जलाई गई।
- ये तबतक जलती रहेगी, जब दुनिया से सारे न्यूक्लियर वैपंस समाप्त नहीं हो जाते।
- हिरोशिमा पर हमले के बाद एक पुलिसकर्मी नागासाकी पहुंचा था। उसने वहां के पुलिसकर्मियों को हमले के दौरान बचने के तरीके बताए। उस समय हिरोशिमा के बाद नागासाकी ऐसा बड़ा शहर था जहां हमला हो सकता था इस लिए वहां के पुलिसकर्मियों को बचाव के लिए जागरूक किया गया और कुछ ही दिनों में जब नागासाकी पर हमला हुआ तो एक भी पुलिसकर्मी की मौत नहीं हुई।
- सुतोमू यामागुची हमले के समय हिरोशिमा में थे इसके बाद वो नागासाकी चले गए। सुतोमू इकलौते व्यक्ति थे जिन्होंने दोनों हमलों में किसी तरह अपनी जान बचा ली थी।
- इस हमले के बाद हिरोशिमा में पहली बार जिस चीज में जीवन नजर आया वो एक ओलियंडर पुष्प था आज इसे हिरोशिमा के सरकारी पुष्प के तौर पर जाना जाता है।
- बॉम्बर प्लेन एनोला गे हिरोशिमा और नागासाकी पर बम गिराए थे। इसमें 12 सैनिक सवार थे।
- 1945 में जापान के रेडार ऑपरेटर्स ने कुछ प्लेन देखे लेकिन उसने उन्हें रोका नहीं और अंजाम आज सबके सामने है।
- इस हमले में गिनको बिलोबा प्रजाति का पेड़ बच गया ये आज भी जिन्दा है
- गिनको बिलोबा 27 करोड़ साल पुरानी पेड़ों की एक प्रजाति है।
- गॉडजिला फिल्म हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए न्यूक्लियर हमले के प्रतिरोध में बनाई गई थी।
- अमेरिका के युद्ध मंत्री रहे हेनरी एल.स्टिमसन ने क्योटो में हनीमून मनाया था। जब उनके सामने टारगेट सिटी का नाम आया तो उन्होंने क्योटो का नाम इस हटा दिया। लेकिन इसके बाद जब विवाद बढ़ा तो उन्होंने क्योटो पर हमला न करने की जिद ठान ली और लिस्ट में नागासाकी का नाम शामिल हो गया।
- हिरोशिमा पर परमाणु अटैक से पहले 49 प्रैक्टिस बम गिराए गए थे। इनका नाम पम्पकिन बन था।
- हिरोशिमा पर कोड नेम 'लिट्ल बॉय' बम गिराया गया था। जबकि नागासाकी पर कोड नेम 'फैट मैन' बम गिराया गया था।
- 3 घंटे तक जापान सरकार समझ ही नहीं सकी की हुआ क्या है।