आने वाली मुसीबतों से बचना है तो गृह प्रवेश करते समय दें इन बातों का ध्यान
जयपुर: वास्तु शास्त्र में गृह प्रवेश के लिए कुछ खास वास्तु टिप्स बताया गया है। ये वास्तु टिप्स गृह प्रवेश के लिए भी बेहद शुभ है। प्रत्येक व्यक्ति जब कभी अपना घर बनवाता या खरीदता है तो उसके मन में सुख समृद्धि की कामना अवश्य रहती है।
इतना ही नहीं व्यक्ति यह भी सोचता है कि नया घर उसके लिए बहुत सारी खुशियां लेकर आए। वास्तु शास्त्र के अनुसार गृह प्रवेश करते समय कुछ बातों का रखा जाए तो यह संभव है। वास्तु शास्त्र के अनुसार गृह प्रवेश करते समय वास्तु पूजन अवश्य करवाना चाहिए।अगर किसी कारणवश वास्तु पूजन न करवा पाएं तो ब्राह्मणों से वास्तु शांति व यज्ञ जरूर करवाएं। इससे उस स्थान की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है तभी घर शुभ प्रभाव देता है। जिससे जीवन में खुशी और सुख-समृद्धि आती है।
वास्तु टिप्स:आनंदमय-सुखमय यात्रा के लिए करें छोटे-छोटे उपाय
अपने कुलदेवता की नए घर में करते समय तुलसी का पौधा भी जरूर लगाएं। पूजा और परिवार के वरिष्ठ सदस्यों का सम्मान करके गृह प्रवेश करना चाहिए। ब्राह्मणों सहित अपने परिजनों और मित्रों को भोजन करवाना चाहिए।
शुभ मुहूर्त में मंगलगान (मंत्र आदि बोलते हुए) गृह प्रवेश करना चाहिए।गृह प्रवेश करते समय शुभ नक्षत्र, वार, तिथि और लग्न का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शुभ नक्षत्र- उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा एवं रेवती नक्षत्र गृह प्रवेश के लिए शुभ हैं।
शुभ तिथि- शुक्ल पक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्टी, सप्तमी, दशमी, एकादशी व त्रयोदशी तिथियां गृह प्रवेश के लिए शुभ मानी गई हैं।शुभ वार- गृह प्रवेश के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार शुभ हैं।शुभ लग्न-वृष, सिंह, वृश्चिक व कुंभ राशि का लग्न उत्तम है। मिथुन, कन्या, धनु व मीन राशि का लग्न मध्यम है।