ताज महोत्सव: 'जाए तो कहां जाए शाकी तेरा दीवाना' से छाया हरिहरन का जादू

Update: 2016-02-25 10:35 GMT

आगरा: जाए तो कहां जाए शाकी तेरा दीवाना, एक तरफ मस्जिद है एक तरफ मैखाना। यह गीत उस वक्त दोबारा लोगों की जुबां पर आ गया जब खुद पद्मश्री गजल गायक हरिहरन ने महफ़िल के बीच यह गीत गुनगुनाया। मौका आगरा में चल रहे ताज महोत्सव का था, जहां बुधवार को हरिहरन ने अन्य शायरों के साथ मिलकर ताज महोत्सव की शाम रंगीन बना दी। महफ़िल में हरिहरन ने कई अन्य शायरों के नग्में भी गुनगुनाकर महफ़िल को सजाया।

‘बेखयाली में चलन उसका बताया उसको’ गजल से की महफ़िल की शुरुआत

बुधवार शाम ताज महोत्सव की शान बढ़ाने का जिम्मा गजल गायक हरिहरन पर था। उन्होंने मंच से कई नग्‍में गाकर महफ़िल में रंग भर दिया। मंच पर आते ही उन्होंने अपनी पहल गजल ‘बेखयाली में चलन उसका बताया उसको , वो मिला भी तो मैं पहचान न पाया उसको , गाकर महफ़िल का आगाज किया। इसके बाद उन्होंने जब जाए तो कहां जाए शाकी तेरा दीवाना, एक तरफ मस्जिद है और एक तरफ मैखाना, गजल गाई तो पूरा ताज महोसव मंत्रमुग्ध हो गया। तालियों की गड़गड़ाहट से महोत्सव गूंज उठा।

बॉलीवुड में कई गीतों को दे चुके हैं मखमली आवाज

हरिहरन कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए गीत गा चुके हैं। उन्होंने फिल्म 'बॉम्बे' में तू ही रे, परदेस में आई लव माय इंडिया और खामोशी में बाहों के दरमियां जैसे सुपरहिट गाने गाये हैं।

गुरुवार को श्रेया घोषाल बिखेरेंगी अपने जलवे

ताज महोत्सव में गुरुवार की शाम बॉलीवुड की मशहूर सिंगर श्रेया घोषाल के नाम रहेगी। प्रशासन गुरुवार को महोत्सव में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद जता रहा है।

 

 

 

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