जोधपुर: आंखें मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है क्योंकि इससे इस खूबसूरत दुनिया को जो देखते हैं। इसलिए हमें अपनी आंखों का खास ख्याल रखना चाहिए। इधर देश में बढ़ते प्रदूषण, कंप्यूटर के इस्तेमाल के कारणों से लोगों की आंखें खासकर युवाओं की आंखों पर असर पड़ा हैं। इस कारण आज आंखों की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इस समस्या से बचने के लिए हम कई तरीके को अपनाते हैं। ताकि आंखों की रोशनी पूरी जिंदगी बरकरार रहें।
आंखों की रोशनी के लिए हम कई जतन करते हैं। घरेलू और डॉक्टर किसी को भी नहीं छोड़ते हैं। पर एक आध्यात्मिक उपाय से भी हम आंखों की रोशनी को बचा सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे कुंड के बारे में बता रहे हैं जहां डुबकी लगाने से आंखों की रोशनी बनी रहती है।
आगे की स्लाइड्स में पढ़ें कैसे कुंड में नहाने से लौट आती है आंखों की रोशनी...
यहां डुबकी लगाने से आंखों को रोशनी मिलती
ये कुंड राजस्थान में है। जोधपुर में मसूरिया ग्राम के पास लोक देवता बाबा रामदेव का मंदिर है। इसी मंदिर परिसर में ही एक कुंड बना हुआ हैं। इसे परचा नाडी कुंड के नाम से जाना जाता है। कई सालों से इस कुंड को लेकर लोगों की मान्यता है कि इसमें डुबकी लगाने मात्र से नेत्रहीनों की आंखें ठीक हो जाती है।
आगे की स्लाइड्स में पढ़ें और क्या होता कुंड में नहाने से....
कोने-कोने से आते लोग
करीब 100 साल से अधिक पुराने इस कुंड को लेकर मान्यता है कि यहां डुबकी लगाने से चर्म रोग, बुरा साया और अन्य किसी भी बीमारी का इलाज हो जाता है। कितने विकलांग लोग विशेष रूप से इस कुंड में स्नान करने के लिए आते हैं। यहां अगस्त विशेष उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दौरान दिल्ली, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और राजस्थान से लाखों की संख्या में श्रदालु पहुंचते हैं।
यह भी पढ़ें...क्या देखा है ये कुंड, जहां ताली बजाने से पानी में आता है उफान?
इस कुंड के चमत्कार की मान्यता के चलते ही लोग इस कुंड का जल बोतल में भर कर अपने घर भी ले जाते हैं। इससे किसी भी प्रकार की समस्या होने पर इस चमत्कारी जल के प्रभाव से निदान मिल जाता है।