वसीम रिज़वी की PM को चिठ्ठी, लिखा- देश तय करे कि राम मंदिर चाहिए या तालिबान
लखनऊ : शिया सेन्ट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने पीएम नरेन्द्र मोदी को चिठ्ठी लिख कर अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण को देश का सब से बड़ा मुद्दा बताया है। वसीम ने विकास को सरकारों का काम बताते हुए चिठ्ठी में लिखा है, कि आप की हुकूमत में पिछले 04 वर्षों में जो विकास हुआ यह आपकी जिम्मेदारी थी। जिसे आपकी सरकार ने पूर्ण रूप से निभाई है। विकास हुकूमतों का कर्तव्य है। मुद्दा नहीं है, श्रीराम मंदिर निर्माण हिंदुस्तान का एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिससे 80 करोड़ हिंदुओं की आस्था जुड़ी हुई है।
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प्रधानमन्त्री को लिखी चिठ्ठी में वसीम रिज़वी ने कहा है, कि विकास की आड़ में यह मुद्दा नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि पिछले 72 बरस से कुछ कट्टरपंथी मुस्लमानों की वजह से 80 करोड़ हिंदुओं की आस्था अदालत के दरवाजों पर खड़ी है। नफरत का बाजार गर्म है। आम मुसलमान भी दहशत में है, और अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। हालात को देखते हुए ऐसा लगता है, कि किसी वक्त भी बड़ा फसाद हो सकता है। जिसके पीछे दुश्मन देश पाकिस्तान भी साजिश कर रहा है।
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वसीम रिज़वी ने कहा है कि वह इस मुद्दे का हल चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने हिंदू पक्षकारों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकाला है। "एक रास्ता एकता की ओर" पारित किया जा चुका है। जिस पर हिन्दू पक्षकार भी सहमत है। वसीम रिज़वी के प्रस्ताव के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और लखनऊ में मस्जिद-ए-अमन का निर्माण हो। वसीम रिजवी ने चिठ्ठी में लिखा है, कि कट्टरपंथी मुस्लमानों की हिमायती सियासी पार्टियां आपकी सरकार के खिलाफ एकजुट होना शुरू हो गई हैं। उन्होंने कहा है, कि राम मंदिर का निर्माण आप की हुकूमत के दौरान ही हो सकता है। वसीम ने अपनी चिठ्ठी में लिखा है, कि अब वक्त आ गया है कि देश एक बार फिर तय करे कि देश को राम मंदिर चाहिए या फिर तालिबान।