लखनऊ: हिंदुस्तान ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई मुल्कों में अपने कबाब के लिए मशहूर है टुंडे कबाब। नवाबों की नगरी लखनऊ का टुंडे कबाब का हर कोई दीवाना है। इस शहर में आने वाला हर आदमी टुंडे का कबाब खाना चाहता है । चाहे वो सेलिब्रेटिज हो साधारण ।
ये कबाब तो हर कोई एक बार चखना चाहता है, लेकिन नॉनवेज के कारण बहुत को मन मारकर रह जाना पड़ता है। पर अब ऐसा नहीं है। जो वेजीटेरियन है वे भी अब टुंडे कबाब का स्वाद चख पाएंगे। वेजीटेरियन के लिए खुशी की बात है कि टुंडे ने अब वेज कबाब भी बनाना शुरू कर दिया है।
टुंडे कबाब के स्वाद का ये आलम है कि इसकी अमीनाबाद की दुकान में जितने खाने वाले होते हैं, उससे दोगुना लोग बाहर खड़े अपनी बारी का इंतजार करने वाले होते है। अब टुंडे के अलीगंज ब्रांच के कपूरथला में वेज कबाब मिलने लगा है । यहां भी हालत वैसी ही दिखती है । मसलन जितने लोग दुकान के अंदर उससे ज्यादा बाहर दिखाई देते है।
मशहूर शेफ मुराद अली के पोते मोहम्मद रिजवान इस दुकान का संचालन करते हैं । उनका कहना है कि कई सालों से वेज कबाब की डिमांड थी । ग्राहकों को खुश और संतुष्ट रखना ही हमारा धर्म और इबादत है। आलू,तोरई,जिमीकंद,चने की दाल का इस्तेमाल वेज कबाब बनाने में किया जाता है । इसके अलावा दाल की भी अलग-अलग वेराइटी की होती है।
रिजवान एक और खास बात बताते हैं । वेज खाने वालों का किचन भी अलग रखा गया है। उनके मसाले भी अलग रखे गए हैं । वेज खाने वालों का बर्तन भी अलग ही है । उन्होंने कहा कि वेज कबाब की जरुरत इसलिए भी पड़ी कि लोग अब तेजी से शाकाहार की ओर मुड़ रहे हैं ।