Venezuela : एक तबाह होता देश, कूड़े में फेंके जा रहे हैं नोट

Update: 2018-08-21 12:48 GMT

नई दिल्ली : अगर आप महंगाई की मार से परेशान हैं। महंगाई आपको डायन की तरह नजर आती है। तो ये खबर पढ़ने के बाद आपको हिन्दुस्तानी होने पर गर्व महसूस होगा। आपको महंगाई कम लगने लगेगी। जी हां, हम सच्ची बोल रहे हैं। यकीन नहीं होता तो पढ़ लीजिए।

अमेरिकी महाद्वीप में स्थित देश वेनजुएला पिछले पांच सालों से प्रचंड आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जबकि ये देश कच्चे तेल का कटोरा कहा जाता है। कुछ समय पहले इसका नाम रईस देशों की लिस्ट में था। लेकिन आज आलम ये है कि देश में महंगाई दर हर 18 दिन बाद दोगुनी हो जाती है।

पेट पालना हुआ मुश्किल

एक किलो टमाटर की कीमत 50 लाख बोलिवर

एक टॉयलेट पेपर रोल की कीमत 26 लाख बोलिवर

2.4 किलो चिकन की कीमत एक करोड़ 46 लाख बोलिवर

सेनेट्री पैड की कीमत 35 लाख बोलिवर

एक किलो चीज़ की कीमत 75 लाख बोलिवर

बोरी भर नोट के बदले भी भरपेट खाने के लाले

वेनेजुएला की करेंसी बोलिवर एक डॉलर के मुकाबले 35 लाख हो गई है। रोजमर्रा के सामान के लिए आम आदमी को बोरी भर पैसा खर्च करना पड़ रहा है। लेकिन उसके बाद भी परिवार का पेट नहीं भर रहा।

जानकारों के मुताबिक देश में पिछले 10 वर्षों से सरकारी निर्णय आर्थिक सेहत के लिए जानलेवा बने हुए हैं। वित्तीय घाटे के चलते मुद्रास्फीति में लगातार बढोतरी हो रही है। सरकार इससे निपटने के लिए और अधिक नोट छापने लगी जिससे करेंसी कमजोर हो गई।

कैसे निपट रही सरकार

वेनेजुएला करेंसी का 95 फीसदी तक अवमूल्यन करने जा रहा है। अब 1 लाख कीमत वाले नोट से पांच शून्य को हटाने का ऐलान हो गया है। इसके बाद छोटे नोट कूड़ेदान में नजर आने लगे हैं। सरकार न्यूनतम मजदूरी में 3000 फीसदी तक बढ़ोतरी करने की योजना बना रही है।

वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के मुताबिक उनके इस निर्णय से महंगाई पर लगाम लगेगी।

आपको बता दें, दिसंबर आते आते वेनेजुएला में महंगाई 10 लाख प्रतिशत की दर तक बढ़ जाएगी। इस बीच यदि सरकार ने हिम्मत और सयंम से काम नहीं लिया तो देश का दिवालिया होना तय है।

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