फिर विवादित बयानों के साक्षी बने महाराज, चुनाव आयोग ने मांगी मेरठ प्रशासन से रिपोर्ट
साक्षी महाराज की संतों के साथ एक सभा हुई। इस सभा में प्रशासन की तरफ से वीडियोग्राफी करने आए पुलिसवालों को साधुओं ने खदेड़ा दिया था।
मेरठ: अपने विवादित बयानों से आए दिन सुर्खियों में रहने वाले उन्नाव से बीजेपी एमपी साक्षी महाराज शुक्रवार (6 जनवरी) को मेरठ में संत समागम कार्यक्रम में आए थे। इस दौरान उन्होंने वर्ग विशेष पर विवादित बयान दे डाला। यहां साक्षी महाराज की संतों के साथ एक सभा हुई। इस सभा में प्रशासन की तरफ से वीडियोग्राफी करने आए पुलिसवालों को साधुओं ने खदेड़ दिया था।
इस मामले पर चुनाव आयोग ने मेरठ डीएम से जवाब मांगा है। ऐसे में साक्षी की मुश्किलें बढ़ सकती है। साक्षी महाराज का यह विवादित भाषण चुनाव आयोग की तरफ से चुनावों की घोषणा के बाद लगे आचार संहिता के बाद आया है। जिसे चुनाव आयोग ने संज्ञान में लिया है। गौरतलब है कि यूपी में 11 फरवरी से 8 मार्च तक सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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क्या कहा था साक्षी महाराज ने ?
-साक्षी महाराज ने कहा था कि देश में जनसंख्या वृद्धि के लिए हिंदू जिम्मेदार नहीं है।
-जनसंख्या वृद्धि के लिए वही लोग जिम्मेदार हैं जो चार पत्नी और 40 बच्चों के हिमायती हैं।
-उन्होंने कहा कि महिला केवल बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं है।
-महिलाएं चाहे हिंदू या मुस्लिम समुदाय की हों, उसका सम्मान किया जाना चाहिए।
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मुकदमा दर्ज
विवादित बयान देने के लिए सदर बाजार थाने में डीएम के आदेश के बाद साक्षी महाराज समेत संत समागम कार्यक्रम के आयोजकों पर मुकदमा दर्ज किया है।
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