सर्राफा व्यवसारी की खुलेआम हत्या, पत्नी बोली- पता ना था रक्षाबंधन के दिन उजड़ेगा सुहाग

उत्तर प्रदेश के अमेठी में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। चार दिनों में ताबड़तोड़ 3 हत्याओं से सब लोग सहमे हुए हैं। वहीं रक्षाबंधन वाले दिन सर्राफा व्यवसाई

Update:2017-08-08 15:44 IST

अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। चार दिनों में ताबड़तोड़ 3 हत्याओं से सब लोग सहमे हुए हैं। वहीं रक्षाबंधन वाले दिन एक लौते बेटे की लूट के बाद हत्या से गांव में मातम और घर में कोहराम मचा हुआ है। पत्नी सुमन का रो-रो कर बुरा हाल है। उसे क्या खबर थी कि रक्षाबंधन वाले दिन उसका सुहाग उजड़ जाएगा। घटना के बाद मंगलवार को शोकाकुल कस्बे के व्यापारियों ने भी दुकानें बंद रखी। घटना के विरोध में व्यापारियों ने पुलिस से बदमाशों के जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।

रक्षाबंधन पर मायके में थी पत्नी

-मृतक अजय अपने पिता का इकलौता बेटा था। 7 वर्ष पूर्व उसकी शादी सुमन के साथ हुई थी।

- अजय के तीन बच्चे हैं, 'जिसमें गुनगुन (6), समर (4) और 6 महीने की एक बच्ची है।

- सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार होने के नाते पत्नी सुमन भाईयों को राखी बांधने मायके गई हुई थी।

- रात को जिस समय उसे ख़बर लगी के ऐसा हादसा अंजाम पाया है वो हतप्रभ रह गई।

व्यवसाईयों में शोक की लहर, बंद रखी दुकानें

- उधर अजय की मौत के बाद से कस्बे के व्यापारियों में शोक की लहर दौड़ गई है।

- कस्बे के व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर रखी हैं। व्यापारियों ने पुलिस से मांग की के जल्द से जल्द अजय के कातिल को गिरफ्तार किया जाए वरना वो आंदोलन पर बैठेगें।

थाने से 250 कदम दूरी पर हुई घटना

जानकारी के अनुसार सोमवार की रात थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी जगदीश सोनी एवं उनका पुत्र अजय सोनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। उनके पास ज्वैलरी से भरा बैग था। इस बीच पिता-पुत्र थाने से 250 मीटर दूर सरकारी स्कूल के पास पहुंचे ही थे कि बाइक सवार दो बदमाश वहां आ धमके। जगदीश की मानें तो बदमाशों ने तमंचा लगाकर बैग छीनने का प्रयास किया जिसका अजय ने विरोध किया। इस पर बदमाशों ने उसे गोली मार दिया और बैग लेकर फरार हो गए।

पहचान छिपाने के लिए बदमाशों ने लगा रखा था हेलमेट

- गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े, पास आकर लोगों ने देखा तो खून से लथपथ अजय ज़मीन में तड़प रहा था।

- गोली अजय के सीने में लगी थी। पास खड़ा पिता बेटे को इस तरह तड़पता देख रहा था। लेकिन तब तक लोगों ने अजय को उठाया और सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां उसकी सीरियस हालत देख डाक्टरों ने फस्ट एड देकर उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ के लिए रिफर कर दिया।

- लेकिन ट्रामा सेंटर ले जाते समय रास्ते में बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ के पास उसकी मौत हो गई। पिता जगदीश के अनुसार बदमाशों ने पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर हेलमेट लगा रखा था।

4 दिनों में 3 हत्याएं

- जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है। पुलिस क्राइम पर अंकुश लगा पाने में पूरी तरह विफल हो गई हैं।

- ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि बीते 3 अगस्त से लेकर जिले के अलग-अलग थानों में तीन हत्याए अंजाम पा चुकी हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।

- 3 अगस्त को जामो थाना क्षेत्र में पुरानी रंजिश में जहां एक पूर्व प्रधान की हत्या हुई थी वहीं इसके ठीक 24 घंटे बाद मुंशीगंज थाना क्षेत्र में सुल्तानपुर से घर लौटते समय अधिवक्ता की गोली मार कर हत्या की गई थी।

- और अब अजय की हत्या ने अमेठी की पुलिसिंग पर सवाल उठा दिए हैं।

खुलासे के लिए लगाई गई पुलिस की 4 टीम

- उधर इस मामले में एडिशनल एसपी बलरामाचारी दूबे का कहना है कि बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की 4 टीमें लगाई गई हैं।

- उन्होंने बताया कि मृतक अजय के पिता जगदीश सोनी की तहरीर पर अज्ञात दो लोगों के खिलाफ लूट और हत्या का मुकदमा लिखा गया है।

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