तेजी से जारी प्रवासियों का आगमन, यहां आ चुके 35-40 हजार मजदूर
श्रमिकों की बढ़ती हुई संख्या देखकर ट्रेनों की संख्या में इजाफा किया जायेगा। DM ने कहा अब तक लगभग 35 से 40 हजार प्रवासी मजदूर वापस आ चुके हैं।;
लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान अपने गांवो को वापस लौट रहे श्रमिकों की मदद के लिए सरकार ने विशेष रेलगाडियां चलाई हैं। इन रेलगाड़ियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पंजीकरण के आधार पर मजदूरों को जगह दी जाती है। यात्रा करने वाले मजदूरों को भोजन तथा पानी जैसी मदद भी सरकार की ओर से पहुंचाई जाती है। बात अगर गोण्डा की करें तो जिले में 5 ट्रेनों से लगभग 6 हजार श्रमिक प्रतिदिन पुहंच रहे है।
1 मई से 35-40 हजार श्रमिक आ चुके गोंडा
इसके अलावा अपने संसाधन और विभिन्न वाहनों से लगभग दस हजार श्रमिक रोज अपने गांवो को वापस आ रहे हैं। इस तरह एक मई से अब तक लगभग 35 से 40 हजार श्रमिक गोण्डा आ चुके हैं। रेलवे स्टेशन पर इन श्रमिकों की थर्मल चेकिंग कर पास के जनपद गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, आगरा, प्रयाग राज, सिद्धार्थ नगर बलरामपुर,
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गाजीपुर, देवरिया, बलिया को रोडवेज की बसों से निःशुल्क भेजा जा रहा है। स्टेशन पर रेलगाड़ी पहुंचने के बाद यात्रियों की थर्मल चेकिंग कर मुख्यालय के टामसन इंटर कॉलेज से राशन का पैकेज देकर श्रमिकों को सम्बंधित तहसीलों को भेजा जा रहा है। जबकि गैर जनपद के श्रमिकों को रोडवेज की बसों की सुविधा मुहैया करायी जा रही है।
श्रमिकों की बढ़ती संख्या देख बढ़ाई जा सकती हैं ट्रेनें
दूसरी ओर जिन यात्रियों के करोना से संक्रमित होने की आशंका होती है उन्हें क्वारंटाइन करा दिया जाता है । जिलाधिकारी नितिन बंसल ने बताया कि अभी तक एक ट्रेन से 1200 श्रमिक आ रहे हैं। लेकिन श्रमिकों की बढ़ती हुई संख्या देखकर ट्रेनों की संख्या में इजाफा किया जायेगा ।उन्होंने कहा अब तक लगभग 35 से 40 हजार प्रवासी मजदूर वापस आ चुके हैं।
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प्रवासी मजदूर कौशल,शिवनाथ,नानबाबू,राम कुमार, सुरेश,मनोज,अंकित और विद्यापाल ने बताया हम लोग जालंधर में काम करते थे। लॉक डाउन के चलते फंसे हुए थे। लेकिन श्रमिक ट्रेन से गोण्डा वापस आकर वो राहत की सांस ले रहे है। श्रमिक ऐसी विषम परिस्थितियों में सरकार की इस मदद के लिए उसका आभार व्यक्त कर रहे हैं।