69000 शिक्षक भर्ती मामला: नियुक्ति मामले में शिक्षा मंत्री का आवास घेरने जा रहे थे अभ्यर्थी, पुलिस ने रोका

Lucknow: मंगलवार को 69000 में से 6800 चयनित शिक्षक अभ्यर्थी अपनी नियुक्त की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का आवास घेरने निकले थे। लेकिन,पुलिस उन्हें रास्ते में ही रोक लिया।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update: 2022-09-27 06:47 GMT

 प्रदर्शन करते अभ्यर्थी 

Lucknow News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का लंबे समय से विरोध प्रदर्शन जारी है। आज एक बार फिर 69000 में से 6800 चयनित शिक्षक अभ्यर्थी अपनी नियुक्त की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री संदीप सिंह (UP Education Minister Sandeep Singh) का आवास घेरने निकले थे। लेकिन, पुलिस उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। जिससे नाराज अभ्यर्थी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और अपनी नियुक्ति की मांग के नारे लगाने लगे।

अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने 'पिछड़ों-दलितों का सम्मान करो, 6800 को नियुक्ति दो' जैसे नारे लगाए। बता दें, ये अभ्यर्थी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले हुई भर्ती प्रक्रिया में चयनित हुए हैं लेकिन आज तक उनकी नियुक्ति नहीं हो पाई है। इसी को लेकर वह संघर्षरत हैं। ये अभ्यर्थी  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) और शिक्षा मंत्री से मांग कर रहे हैं कि जब सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है तो उनकी नियुक्ति क्यों नहीं दी जा रही। इसी मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में  अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन वहां पहले से मौजूद पुलिस वालों ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। 

आरोप- सरकार हक पर डाल रही डाका 

गौरतलब है कि, योगी सरकार ने 69000 सीटों के लिए बेसिक शिक्षक भर्ती (Basic Teacher Recruitment) निकाला था। भर्ती की सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी मिल गई। लेकिन, एससी और ओबीसी वर्ग के छात्रों का आरोप है इस भर्ती में उनके आरक्षण से खिलवाड़ किया गया। उनके हक पर डाका डाला गया। जिसे लेकर उनका संघर्ष जारी है। विधानसभा से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक का कई बार घेराव किया। कई बार उन्हें पुलिस की लाठी भी खानी पड़ी।

विपक्षी दलों ने बनाया था प्रमुख मुद्दा 

समाजवादी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दलों ने 2022 के चुनाव में इसे मुख्य मुद्दा बनाया तो बीजेपी सरकार भी इसे किसी भी सूरत में हल करने में जुट गई. आनन फानन में चुनावी माहौल के बीच सरकार ने 6800 पदों पर वैकेंसी निकाल दी। इसकी सारी प्रक्रिया को चुनाव से पहले पूरा भी कर लिया गया, लेकिन चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति आज तक नहीं मिल पाई है।

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