आगरा: अपने बच्चे का घर बसाने के लिए जिस बहू को बूढ़े मां-बाप बैंड बाजो के साथ लेकर आये थे। आज वही कलयुगी बहू ने उनका जीना मुहाल कर रखा है। करोड़ो की कोठी का आधा हिस्सा बहू द्वारा कब्जाने के बाद भी रिटायर्ड बुजुर्ग दम्पति को हर महीने बहू को आठ हजार रुपये सिर्फ इसलिए देने पड़ते हैं ताकि वो उन्हें दहेज के मुकदमे में जेल न भिजवा दे। परेशान बुजुर्ग दम्पति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सामूहिक इच्छामृत्यु की मांग की है।
मामला न्यू आगरा के इंजीनियरिंग कालोनी का है। यहां के निवासी केदारनाथ मनोरंजन विभाग से रिटायर्ड हैं। केदारनाथ के दो लड़के और तीन लड़कियां हैं। उन्होंने अपनी पाई पाई जोड़ कर न सिर्फ बच्चो को अच्छी शिक्षा दी बल्कि 250 गज की एक कोठी भी तैयार की।
क्या है मामला
केदारनाथ के बड़े बेटे राजकुमार की शादी 2002 में हुई और उसके बाद बेटे का मानसिक संतुलन बिगड़ गया।
केदारनाथ ने छोटे बेटे की शादी 11 मार्च 2015 को बालूगंज निवासी रेणु उर्फ भूमि पुत्री हरीप्रसाद से शादी करवाई।
शादी के चार माह बीतते बीतते ही उसने नयी बहू ने जबरन आधे घर पर कब्जा कर लिया।
भूमि ने पति राजकुमार के विरोध करने पर उसे कई बार बन्द करवाया।
भूमि ने सास ससुर से तय कर लिया कि अगर उन्हें जेल नही जाना है तो हर माह आठ हजार रुपये दो।
बहु के जुल्मो की इंतहा के बाद केदारनाथ ने परेशान होकर मुख्यमंत्री योगि आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मदद या आत्महत्या की अनुमति मांगी है।