होंगे योगी सीएम! हम तो बेचेंगे किताबें....संघ के स्कूल कर रहे सीएम के आदेश की नाफरमानी

Update: 2017-04-16 10:58 GMT

आगरा : सीएम योगी आदित्यनाथ भले ही शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ हों, लेकिन ये उनकी सोच है, इससे किसी और को क्या लेना। यही सोच है स्कूलों के संचालकों की। भले योगी चिल्लाते रहे, उनका गला सूख जाए कि स्कूल कमीशन लेकर कोई किताब कापी नहीं बेचेगा।

आगरा में हो मनमर्जी चलेगी, होंगे योगी सीएम, और आपको जानकर हैरत होगी कि योगी के निर्देशों का मखौल कोई और नहीं बल्कि आरएसएस द्वारा संचालित स्कूल ही उड़ा रहे हैं। विद्या भारती से मान्यता प्राप्त सरस्वती स्कूल अभिभावकों को बाजार कीमत से अधिक पर किताबें बेंच रहे हैं और पक्की रसीद भी नहीं देते।

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शहर के यमुना ब्रिज इलाके में विद्या भारती से मान्यता प्राप्त श्यामलाल सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर स्कूल में खुलेआम किताबों की बिक्री जारी है। जब इस बारे में बिक्री कर रहे व्यक्ति से सवाल किया गया तो, उसने कहा कि प्रिंसिपल के कहने पर हम किताबें बेच रहे हैं।

जब किताबों की बिक्री के बारे में हमने प्रिंसिपल से सवाल किया, तो पहले उन्होंने इंकार किया ।लेकिन उसेक बाद उन्होंने बताया कि सरस्वती शिक्षा परिषद द्वारा ये व्यवस्था की गयी है।

आपको बता दें, आगरा ही नहीं सूबे के अन्य हिस्सों में भी स्कूल में लगे स्टाल कापी, किताब व ड्रेस की बिक्री भी कर रहे हैं। बिक्री के बाद अभिभावकों को इसकी पक्की रसीद नहीं दी जाती। इन स्टाल पर जो भी सामान बिकता है, उसकी कीमत बाजार भाव से कहीं अधिक होती है। लेकिन अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए आम आदमी उसे खरीदने को मजबूर है।

 

 

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