Sonbhadra News: कोटेदार के हत्या की कराई जाए निष्पक्ष जांच, प्रधान ने लगाई एसपी से गुहार, पुलिस की भूमिका पर जताया संदेह
Sonbhadra News: शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसके भाई के शव का पंचनामा कमरे के अंदर भरा गया और परिवार के लोगों की अनुपस्थिति में कागजी कार्रवाई की गई। आखिर में सभी से हस्ताक्षर करने के लिए बोला गया।
Sonbhadra News: शक्तिनगर थाना क्षेत्र के खड़िया में रेलवे लाइन किनारे लहूलुहान हालत में मिले प्रधान के भाई एवं कोटेदार के शव मामले में एसपी से निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई गई है। प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज होने के बावजूद जहां स्थानीय पुलिस की भूमिका पर संदेह जताया गया है। वहीं, पीएम रिपोर्ट में भी छेड़खानी की आशंका जताते हुए, प्रकरण की जांच स्पेशल टॉस्क फोर्स से कराए जाने की मांग की गई है।
एसपी के साथ ही, गृह सचिव को भेजे शिकायती पत्र में प्रधान खड़िया विजय कुमार गुप्ता ने कहा है कि उसके भाई रामजतन चार नवंबर 2024 को प्रतिदिन की भांति शाम को अपने खेत पर निकले थे। रात साढ़े आठ बजे बगल में खेती करने वाले रोहित गुप्ता पुत्र संतोष कुमार गुप्ता उनके पास आया बताया कि रामजतन के बाइक की चाभी रेलवे ट्रैक के समीप मिली है। बाइक भी रेलवे ट्रैक के समीप खड़ी है लेकिन वह कहीं दिख नहीं रहे है। इसके बाद उन्हें कॉल की गई लेकिन मोबाइल बंद मिला। परिवार के सदस्यों के साथ जब, वह भाई को ढूंढ़ने पहुंचे तो देखा कि वह लहूलुहान हालत में रेलवे ट्रैक किनारे पड़े थे। उपचार के लिए एनटीपीसी के संजीवनी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। साथ ही यह बताया कि गंभीर रूप से चोटिल होने के कारण मौत हुई है।
काफी दबाव के बाद हत्या का मामला दर्ज करने का आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसके भाई के शव का पंचनामा कमरे के अंदर भरा गया और परिवार के लोगों की अनुपस्थिति में कागजी कार्रवाई की गई। आखिर में सभी से हस्ताक्षर करने के लिए बोला गया। पहले धारा 302 की प्राथिमिकी दर्ज करने से मना किया गया। बाद में अपर पुलिस अधीक्षक के कहने पर धारा 302 में प्राथिमिकी दर्ज की गई। आरोप है कि पोस्टमार्टम ऑफिस में डाक्टर से एकांत में बात की गई। आशंका जताई गई है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़खानी की गई है।
दाह संस्कार को लेकर भी दबाव बनाने का लगाया गया है आरोप
कहा गया है कि उनकी नजर में पहली बार ऐसा देखने को मिला कि पुलिस दाह-संस्कार के लिए लगातार दबाव बनाती रही। दबाव में आकर भाई के शव को लेकर अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे तो पुनः डांट-फटकार कर जल्दी से चिता को अग्नि देने के लिए बाध्य किया गया। प्रकरण में लीपापोती की आशंका जताते हुए, मृतक का समान, चश्मा, मोबाईल की जानकारी न दिए जाने पर भी सवाल उठाए गए हैं और एसपी सहित अन्य से प्रकरण की स्पेशल टॉस्क फोर्स से जांच कराने की गुहार लगाई गई है। उधर, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।