इटावा: चार साल सरकार चलाने के बाद सीएम अखिलेश यादव ने माना है कि वह अभी तक लर्निंग मुख्यमंत्री ही हैं। यदि 2017 में जीते तो असली मुख्यमंत्री बन जाएंगे। अखिलेश यादव मंगलवार को सैफई में ग्रामीण आयुर्विज्ञान और अनुसंधान संस्थान सैफई यूनिवर्सिटी प्रतिष्ठान समारोह में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा- हमने कई बार सुना है कि यूपी में तीन मुख्यमंत्री हैं, साढ़े तीन हैं, पांच हैं। लेकिन मैं लर्निंग मुख्यमंत्री की तरह काम कर रहा हूं। दोबारा सरकार बन जाएगी तो लर्निंग खत्म हो जाएगा। असली मुख्यमंत्री बन जाऊंगा और जो असली रूप में काम होगा वो देखने वाला होगा। समझाने से वोट नहीं मिलता है बहकाने से वोट मिलता है।
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इस मौके पर कुलाधिपति अखिलेश यादव ने कुलपति टी.प्रभाकर को शपथ भी दिलाई। यूनिवर्सिटी में 2100 बेड हैं। इसमें 150 एमबीबीएस सीटें है। 78 पोस्ट ग्रेजुएट की सीट है। 150 बेडे इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में हैं। 500 बिस्त
रों का सुपरस्पेसलिस्ट निर्माण स्वीकृत किया जा चुका है। 3 मई 2016 को राज्यपाल का आदेश हो गया था। 5 जून को मेडिकल कॉलेज को यूनिवर्सिटी में परिवर्तित कर दिया गया था। इसमें प्रतिवर्ष 10 लाख मरीज की ओपीडी चलती है। मेडिकल कॉलेज की स्थापाना 2005 में मुलायम सिंह यादव ने की थी।
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मुख्यमंत्री ने कहा-सैफई में नेताजी ने मेडिकल कॉलेज की शुरुआत की थी। इसको बनाने में कई लोगों ने प्रयास किए हैं। मैं समझता हूं कि इतनी बड़ी संस्था बनकर तैयार है। सैफई में भी एक मेडिकल यूनिवर्सिटी बनकर तैयार है। सरकार से किसी भी तरह से कमी नहीं होने देंगे। सरकार पूरी तरह से मदद करेगी।
अखिलेश के बयान के राजनीतिक मायने
सीएम अखिलेश यादव ने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह यह कहते हुए हमला कर रहे हैं कि यूपी में साढ़े तीन मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं। ऐसे में अब सीएम अखिलेश के बयान के सहारे भी उन पर हमला किया जा सकता है।