उपचुनाव में हार के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचेंगे अखिलेश यादव, 2024 से पहले कार्यकर्ताओं में भरेंगे जोश

Akhilesh Yadav to Visit Azamgarh: फूलपुर पवई से विधायक रमाकांत यादव से जेल में मुलाक़ात कर अखिलेश यादव पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगे उसके बाद वह लखनऊ वापस लौटेंगे.

Update: 2022-08-20 11:20 GMT

Akhilesh Yadav to visit Azamgarh (Image: Social Media)

Akhilesh Yadav to Visit Azamgarh: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 23 अगस्त को अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ के दौरे पर पहुंचेंगे. अखिलेश यादव इससे पहले 20 अगस्त को जाने वाले थे लेकिन उनका अब 23 अगस्त को संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. अखिलेश सुबह 10 बजे लखनऊ से सड़क मार्ग के जरिये रवाना होंगे और दोपहर 2:00 बजे आजमगढ़ की इटौरा जेल पहुंचेंगे. जहां सपा विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात करेंगे.

रमाकांत यादव आजमगढ़ में हुई जहरीली शराब मामले में इस वक्त जेल में बंद हैं. फूलपुर पवई से विधायक रमाकांत यादव से जेल में मुलाक़ात कर अखिलेश यादव पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगे उसके बाद वह लखनऊ वापस लौटेंगे.

लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद पहला दौरा

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव आजमगढ़ उपचुनाव में मिली पार्टी को करारी हार के बाद पहली बार जिले के दौरे पर पहुंच रहे हैं. आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का गढ़ है लेकिन पिछले महीने हुए लोकसभा उपचुनाव में वहां भारतीय जनता पार्टी से सपा को शिकस्त मिली थी. अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से धर्मेंद्र यादव जबकि बीजेपी की तरफ से दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ मैदान में थे. उपचुनाव में बीजेपी ने यहां पर भी अपना डंका बजा दिया. इसके बाद अखिलेश के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे. क्योंकि उन्होंने रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार नहीं किया था. अब वह 23 अगस्त को पहली बार आजमगढ़ पहुंचेंगे और अपने पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जेल में विधायक रमाकांत यादव से भी मिलने जाएंगे. पार्टी अध्यक्ष के दौरे को देखते सपा के नेता और उनके विधायक तैयारियों में जुटे हैं.

लोकसभा चुनाव की तैयारियों का लेंगे जायजा

अखिलेश यादव का यह कार्यक्रम भले ही जेल में बंद सपा विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात का माना जा रहा हो. लेकिन इसी बहाने अपने पुराने गढ़ में एक बार फिर से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश भरने का भी कार्य करेंगे. क्योंकि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में आजमगढ़ की सभी विधानसभा सीटों पर सपा के प्रत्याशी जीते थे. यहां बीजेपी का खाता नहीं खुला था. उसके चंद महीने बाद हुए लोकसभा उपचुनाव में उन्हें मुंह की खानी पड़ी. जिसके बाद आजमगढ़ को लेकर अखिलेश यादव एक बार फिर से कमर कस रहे हैं कि अपने गढ़ में कैसे जीत के परचम को 2024 में फिर से लहराया जाए. अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि पार्टी नेताओं की ओर से उन्हें मना किया गया था कि यहां उनके प्रचार की कोई जरूरत नहीं. लेकिन हार के बाद जब सवाल खड़े हुए तो वह फिर से आजमगढ़ को लेकर सक्रिय दिखाई देने लगे हैं.

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