Covid-19: UP में तीसरी लहर की तैयारियों की होगी मॉक ड्रिल, सभी जिलों में भेजे गए पर्यवेक्षण अधिकारी
उत्तर प्रदेश में आज स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों का जायजा लेगी...
लखनऊ: शुक्रवार को पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। साथ ही, पूरे यूपी में पीआईसीयू, एनआईसीयू समेत अन्य बेड और तैयारियों का मॉक ड्रिल भी होगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पतालों में जाकर वहां बच्चों के डॉक्टर और एनेसथेटिस्ट समेत अन्य तैयारियां भी देखेंगे। इसके अलावा, यह भी देखा जाएगा कि अगर वहां कोई कोविड मरीज आता है, तो उसकी पल्स कैसे चेक करेंगे, ऑक्सीजन कैसे देंगे, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का इस्तेमाल कैसे करेंगे। इसके लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में पर्यवेक्षण अधिकारी भेज दिए गए हैं।
6700 पीकू बेड़ों की स्थापना
बता दें कि, प्रदेशभर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मद्देनजर 6700 पीकू बेड़ों की स्थापना का काम तेजी से चल रहा है। राजधानी के कई अस्पतालों में यह काम पूरा भी हो चुका है। लखनऊ के अस्पतालों में पीकू-नीकू वार्ड के 1025 बेड़ तैयार हैं। इसमें 100 बेड़ नीकू और 925 बेड़ पीकू के हैं। तो, राजधानी के मुख्य अस्पतालों में से केजीएमयू में 150, लोहिया में 100, पीजीआई में 100, सिविल अस्पताल में 30, लोकबंधु में 30 और बलरामपुर अस्पताल में 40 बेड़ तैयार हैं। एसीएमओ डॉ. विवेक दुबे ने कहा कि '1025 बेड की व्यवस्था पुख्ता तरीके से हो गई है। इसमें 100 बेड नीकू व 925 बेड पीकू श्रेणी के हैं। दो साल से कम उम्र के बच्चों में संक्रमण का खतरा काफी कम है।'
लगाए जा रहें 550 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट
कोविड़-19 की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में 500 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। वहीं, लखनऊ के मुख्य अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम पूरा भी हो चुका है। इसमें केजीएमयू, बलरामपुर अस्पताल, बीआरडी, लोकबंधु और सिविल अस्पताल सहित अन्य हॉस्पिटल के नाम शामिल हैं। तो, पूरे प्रदेश में 300 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो गए हैं।