IT College Lucknow: B.com की एक सीट पर 5 दावेदार
स्नातक में बी.कॉम की एक सीट पर कम से कम पांच दावेदार होते हैं...
लखनऊ के आईटी कॉलेज में स्नातक और पीजी में कई पाठ्यक्रम संचालित होते हैं, लेकिन कॉमर्स में प्रवेश लेने के लिए हर साल छात्राओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्नातक में बी.कॉम की एक सीट पर कम से कम पांच दावेदार होते हैं। कोरोना की वजह से इस साल 2021-22 में प्रवेश मेरिट लिस्ट के आधार पर किए जा रहे हैं और इसके फार्म 16 तक ही भरे जाएंगे। अभी तक B.com के साथ ही BA, BSC और PG के पाठ्यक्रमों में सीटों की तुलना में तीन गुना तक आवेदन लिए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्रैक्टिकल पाठ्यक्रमों के लिए प्रत्येक विषय की अलग आधुनिक लैब हैं। कोर्स की मांग के अनुसार लैब समय-समय अपडेट की जाती हैं।
यहां से पढ़े कई छात्राओं ने खूब नाम कमाया है
आईटी कॉलेज छात्राओं के बीच जितना फेमस है उतना ही यहां से पढ़ने वाले छात्र समाज में लोकप्रियता कमाते है। इसी कारण आलम यह है कि यहां एक सीट लिए पांच दावेदार है। बता दें कि यहां से पढ़े कई छात्राओं ने खूब नाम कमाया है और कॉलेज का नाम भी रोशन किया है। भारत की पहली महिला आईएएस इशा बसंत जोशी आईटी की छात्रा रहीं और इस्मत चुगतई जैसी लेखिका देश को यहीं से मिली हैं। इसके साथ ही नेशनल कमीशन फॉर वुमन की पहली चेरयपर्सन मोहिनी गिरी की पहचान भी इसी कॉलेज से जुड़ी है। साइंटिस्ट, सिविल सेवा, चिकित्सा, साहित्य के क्षेत्र में यहां की पूर्व छात्राओं ने नाम रोशन किया है।
बेटियों को सशक्त बनाना है
आईटी कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. विनीता प्रकाश कहती हैं कि हमारा उद्देश्य बेटियों को सशक्त बनाना है। यहां से निकली हुई छात्राएं राष्ट्र सेवा कर रही हैं। वे कॉलेज का गौरव हैं। कॉलेज में अनुशासन और शैक्षिक माहौल बनाए रखना जिम्मेदारी है। जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। यही कारण है कि यहाँ पर छात्राओं के एडमिशन के लिए होड़ रहती है।BSC और PG के पाठ्यक्रमों में सीटों की तुलना में तीन गुना तक आवेदन लिए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्रैक्टिकल पाठ्यक्रमों के लिए प्रत्येक विषय की अलग आधुनिक लैब हैं। कोर्स की मांग के अनुसार लैब समय-समय अपडेट की जाती हैं।