UP Election: मायावती का मिशन 2022, प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी में नेताओं को देंगी मंत्र

बसप सुप्रीमो मायावती मायावती आज अपने नेताओं को 2022 का मंत्र देंगी जो वह जनता के बीच में लेकर जाएंगे और मिशन 2022 को फतह करने की पूरी तैयारी करेंगे।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2021-09-07 05:39 GMT

बसप सुप्रीमो मायावती मायावती। (Social Media) 

लखनऊ: मिशन 2022 की तैयारियों में जुटी मायावती आज प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी को संबोधित करेंगे जिसके लिए बहुजन समाज पार्टी के कार्यालय पर पूरे प्रदेश से नेताओं और कार्यकर्ताओं का पहुंचना शुरू हो गया है. मायावती आज यानि मंगलवार को अपने नेताओं को 2022 का मंत्र देंगी जो वह जनता के बीच में लेकर जाएंगे और मिशन 2022 को फतह करने की पूरी तैयारी करेंगे। बता दें कि करीब 2 महीने से चल रहे बहुजन समाज पार्टी के प्रबुद्ध संगोष्ठी का आज समापन होना है.

नकुल दुबे ने सपा, बीजेपी पर साधा निशाना

वहीं, विचार संगोष्ठी में पहुंचे बसपा नेता और पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन पर निशाना साधा है। पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने सपा के ब्राह्मण नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जब उनकी सरकार थी तब उन्होंने ब्राह्मणों की बात नहीं की. उन्होंने कहा कि अभिषेक मिश्रा, पवन पांडे जैसे नेता अखिलेश यादव के पीछे ही पड़े दिखाई दिए, प्रबुद्ध वर्ग पूरी तरह से बसपा के साथ है और पांचवी बार बहन जी को मुख्यमंत्री बनाएगा.

मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन जो लोग कर रहे हैं उसमें ब्राम्हण कौन है यह बताएं. उन्होंने कहा कि कुछ होने वाला नहीं है ब्राह्मण समाज जाग चुका है और वह बहुजन समाज पार्टी के साथ पूरी तरह से खड़ा है.

मिशन 2022 की तैयारी

दूसरी ओर 2007 की तरह मायावती 2022 में भी मायावती ब्राह्मणों को रिझाने के लिए पूरी तरह से लगी हुई है. इसकी जिम्मेदारी उन्होंने अपने सबसे खास सतीश मिश्रा को सौंप रखी है. पिछले 2 महीने से सतीश चंद्र मिश्रा पूरे प्रदेश में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर ब्राह्मणों को को बीएसपी से जोड़ने की पूरी कोशिश की है. उसी कोशिश को आज मायावती और रफ्तार देंगी. मायावती के विचार को लेकर नेता अपने-अपने इलाकों में जाएंगे और बहन जी को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाने की पूरी कोशिश करेंगे.

 2007 में मिली थी जीत

आपको बता दें कि मायावती ने 2007 में भी ब्राह्मणों को बीएसपी से जोड़ कर सत्ता हासिल की थी, अभी से ज्यादा ब्राह्मण नेताओं को टिकट दिया था. जिसमें से 40 से ज्यादा जीत कर आए थे और मायावती चौथी बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थी, उसी फॉर्मूले के साथ मायावती 2022 के मैदान में उतरने जा रही है.

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