Lucknow News: 'पुलिसवालों ने खून देकर दवाई का उठाया खर्च', सिरफिरे के हमले से घायल युवती की जान बचाने के लिए लखनऊ पुलिस ने पेश की 'मानवता की मिसाल'

Lucknow News: लखनऊ के मड़ियांव इलाके में बीते 21 जनवरी को एक सिरफिरे युवक के द्वारा इलाके की रहने वाली 24 वर्षीय रूबी नाम की लड़की के घर में घुसकर चाकुओं से हमला किया गया था। इस हमले में घयाल युवती के परिजनों का कहना है कि जब परिवार साथ नहीं था तब मड़ियांव थाने पुलिसकर्मियों ने परिवार का साथ देकर घायल रूबी की जान बचाई।;

Written By :  Hemendra Tripathi
Update:2025-02-04 20:17 IST

lucknow police show humanity save life of girl injured from attack in madiyaon

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पुलिस पर आए दिन कई मामलों में लापरवाही करने के आरोप लगते हैं। इन मामलों के बीच कई बार पुलिस कर्मियों की ओर से संवेदनशील घटनाओं में कई ऐसे सराहनीय कार्य कर दिए जाते हैं, जो कि मानवता की एक मिसाल कायम करते हैं। ऐसे ही एक संवेदनशील मामले में लखनऊ पुलिस ने सराहनीय कार्य करते हुए मानवता की मिसाल कायम की है। दरअसल, लखनऊ के मड़ियांव इलाके में बीते 21 जनवरी को एक सिरफिरे युवक के द्वारा इलाके की रहने वाली 24 वर्षीय रूबी नाम की लड़की के घर में घुसकर चाकुओं से हमला किया गया था। इस हमले में घयाल युवती के परिजनों का कहना है कि जब परिवार साथ नहीं था तब मड़ियांव थाने पुलिसकर्मियों ने परिवार का साथ देकर घायल रूबी की जान बचाई।

सर्जरी के लिए पड़ी खून की जरूरत तो आगे आए लखनऊ पुलिस के 'रक्तवीर'

पीड़िता रूबी की मां ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वे अपना काम छोड़कर सीधे अस्पताल पहुंची थी। बेटी रूबी की सर्जरी शुरू होने वाली थी कि उस दौरान अचानक से डॉक्टरों ने गंभीर हालत का हवाला देते हुए खून की मांग कर ली। उन्होंने बताया कि मौके पर मेरे और पुलिसकर्मियों के अलावा परिवार का कोई अन्य सदस्य मौजूद नहीं था। खून की तत्काल व्यवस्था को लेकर मन चिंतित हो रहा था कि वहां खड़े मड़ियांव थाने के पुलिसकर्मी आगे आए और करीब 2 यूनिट खून दान किया। डॉक्टरों का कहना था कि घायल रूबी का हमले में काफी खून बह चुका था। यदि सर्जरी के दौरान तत्काल खून की व्यवस्था न होती तो उसकी हालत काफी बिगड़ सकती थी।

डॉक्टरों की मांग पर दौड़कर दवाई लेकर आए पुलिसकर्मी

रूबी की मां ने बताया कि मौके पर अस्पताल में मौजूद पुलिसकर्मियों ने सिर्फ खून ही दान नहीं किया बल्कि सर्जरी को शुरू करने के वक्त कई अलग अलग दवाओं और इंजेक्शन की जरूरत पड़ी। उस वक्त भी आर्थिक हालात देखते हुए डॉक्टरों की ओर से दवाई की मांग होते ही पुलिसकर्मी दौड़ कर दवाई लेकर आए।

पुलिस ने न दिखाई होती फुर्ती तो न बच पाती घायल रूबी की जान: पड़ोसी

वहीं, इस हमले के वक्त मची अफरा तफरी के बीच घायल पीड़िता की मदद में जुटी रूबी की पड़ोसी सुशीला दीक्षित बताती हैं कि इस पूरी घटना की सूचना उन्होंने ही पुलिस को दी थी। उनका कहना है कि चूंकि मड़ियांव थाना पास में ही है तो सूचना पाकर भारी फोर्स के साथ थाने की पुलिस मौके पर आ गई। चाकू से हुए कई वार से रूबी का खून अधिक मात्रा में बह चुका था। पुलिस ने आनन फानन में एम्बुलेंस की मदद से अकेले ही बिना परिवार का इंतजार किये रूबी को अस्पताल पहुंचाया और सारी कागजी लिखापढ़ी के बाद उसे भर्ती कराकर इलाजे शुरू कराया। उन्होंने कहा कि अगर मौके ओर पुलिसवालों ने फुर्ती नहीं दिखाई होती तो शायद आज रूबी की जान नहीं बच पाती। 

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