Ayodhya News: अयोध्या में नकली मिठाइयों का धंधा जारी, खाद्य विभाग की छापेमारी भी नाकाम
Ayodhya News:स्थानीय जनता का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि यह मिलावट का खेल पिछले कई महीनों से खाद्य विभाग के अधिकारियों की सह पर चल रहा है।;
अयोध्या में नकली मिठाइयों का धंधा जारी (photo: social media )
Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से की गई शिकायतों का कोई असर अब तक अयोध्या धाम और फैजाबाद शहर के विभिन्न इलाकों में देखने को नहीं मिला है। जहां धड़ल्ले से मिलावटी खोवे और मावे की खेप बेची जा रही है। खाद्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से शहर से लेकर गांव तक नकली मिठाइयों का व्यापार जारी है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे मंडरा रहे हैं।
स्थानीय जनता का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि यह मिलावट का खेल पिछले कई महीनों से खाद्य विभाग के अधिकारियों की सह पर चल रहा है। जब तक बड़े त्योहार जैसे होली, रक्षाबंधन या दीपावली नहीं आते, खाद्य सुरक्षा विभाग पूरी तरह से निष्क्रिय रहता है। त्योहारों के दौरान केवल दिखावटी चेकिंग होती है, जो किसी भी प्रभावी कार्रवाई में बदल नहीं पाती। इसका परिणाम यह हो रहा है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री अब भी जारी है।
स्थिति में कोई सुधार नहीं
पिछले वर्ष रुदौली तहसील में दीपावली के त्योहार से पहले 27 कुंतल नकली मिठाइयां पकड़ी गई थीं, लेकिन इस घटना के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। अयोध्या शहर और आसपास के इलाकों में स्थित मिठाई दुकानों पर मिलावटी खोवा, छेना, रंगीन परवल से तैयार की गई मिठाइयां खुलेआम बिक रही हैं। खाद्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण इन मिठाइयों को रोकने की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बड़े व्यापारियों और दुकानों पर कोई ध्यान नहीं देता
सूत्रों का कहना है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा छोटे दुकानदारों के खिलाफ कभी-कभार दिखावटी कार्रवाई की जाती है, लेकिन बड़े व्यापारियों और दुकानों पर कोई ध्यान नहीं देता। शहर की प्रमुख मिठाई दुकानों जैसे हनुमानगढ़ी, चौक, फतेहगंज, नाका आदि पर मिलावटी मिठाइयां आसानी से बिक रही हैं। इन मिठाइयों का सेवन करने से आम जनता को कैंसर, हार्ट अटैक और किडनी जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, हाल ही में जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम ने उपजिलाधिकारी और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर कुछ प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। इस दौरान 27 किलो खोवा और 10 किलो रंगीन कचरी को नष्ट किया गया, लेकिन मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर कोई प्रभावी रोक नहीं लग पाई।
खाद्य विभाग की कार्यवाही का असर केवल कुछ दिनों तक सीमित रहता है, जबकि मिलावटी सामानों का व्यापार पूरे साल जारी रहता है। खाद्य विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में यह धंधा चलता है और यह स्थिति अयोध्या शहर की जनता के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का कारण बन रही है। यह देखा जा सकता है कि विभाग का अभियान दिखावटी साबित हो रहा है और मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री में कोई कमी नहीं आ रही है। इससे जनता पूरी तरह से परेशान है और खाद्य सुरक्षा विभाग पर सवाल उठ रहे हैं।