Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, 8000 मेहमान हो सकते हैं आमंत्रित, जानें कौन-कौन हैं शामिल
Ayodhya Ram Mandir: रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्पष्ट कर दिया है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को ही होगी। ऐसे में मंदिर ट्रस्ट समारोह की तैयारियों में जुट गया है।
Ayodhya Ram Mandir: प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मंदिर के उद्घाटन में महज चार माह का वक्त शेष रह गया है। ऐसे में युद्धस्तर पर निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्पष्ट कर दिया है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को ही होगी। ऐसे में मंदिर ट्रस्ट समारोह की तैयारियों में जुट गया है।
अयोध्या में बन रहा भव्य राममंदिर कई दशक तक चले आंदोलन का प्रतीक है, जिसमें कई रामभक्तों को अपनी जान भी कुर्बान करनी पड़ी। लिहाजा इस मंदिर का उद्घाटन समारोह काफी भव्य किया जा रहा है। ये समारोह ऐसे समय में होने जा रहा है, जब देश के सिर पर आम चुनाव लटक रहा होगा। ऐसे में राममंदिर ट्रस्ट समारोह में सभी जातियों के संतों और नेताओं को बुलाकर इसे खास बनाने का प्रयास कर रहा है।
कितने मेहमानों के शामिल होने की संभावना ?
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। उन्होंने ही अगस्त 2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का शिलान्यास किया था। समारोह में पीएम मोदी के अलावा 6 से 8 हजार मेहमान और होंगे। अतिथियों की सूची में बड़ी संख्या में महिलाएं भी होंगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने बताया कि समारोह में हिंदू समाज से जुड़ी सभी परंपराओं के संतों बुलाया जाएगा। ट्रस्ट के लोग मेहमानों की सूची फाइनल करने में लगे हैं। लिस्ट फाइनल होने के बाद आमंत्रण भेजने का कम शुरू कर दिया जाएगा।
आम लोगों के लिए कब से खुलेगा मंदिर ?
अयोध्या में रामलला के मंदिर का उद्घाटन भले 22 जनवरी 2024 को हो जाएगा, लेकिन आम भक्तों के लिए मंदिर के कपाट दोनों बाद से खुलेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने जून में कहा था कि रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 24 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर आम लोगों के लिए खुलने की संभावना है।
बता दें कि एक तरफ जहां अयोध्या में जहां राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर तैयारी चल रही है। वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर सवाल खड़े कर रहा है। कांग्रेस, सपा जैसी पार्टियों ने बीजेपी पर भगवान राम का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है।