वाराणसी: खनन घोटाले में सीबीआई की छापेमारी के बाद यूपी की सियासत गर्म हो गई है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव जहां छापेमारी की टाइमिंग को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो आजम खां ने केंद्र सरकार की नियत को लेकर हल्ला बोल दिया है।
वाराणसी में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे आजम खां ने कहा कि यूपी का राजनीतिक माहौल बदल रहा है। सरकारों की तरफ से नेताओ को सताना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव से चंद दिन पहले सीबीआई का खौफ दिखाया जा रहा है। भारत सरकार और बीजेपी सीबीआई संस्थाओं का राजनीतिक फायदे लिए उपयोग कर रही है।
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राममंदिर को लेकर तल्ख टिप्पणी
इस दौरान उन्होंने राम मंदिर पर कहा कि कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट पर कुठाराघात कर रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति कोई दल कोई विचारधारा सुप्रीम कोर्ट पर कुठाराघात करती है इसका मतलब ये होगा कि संविधान और देश की अखंडता पर कुठाराघात कर रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि अयोध्या मामले पर कोर्ट के फैसले को लेकर विवादित बोलने वालों पर पाबंदी लगे।
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उन्होंने कहा कि पिछले 48 घण्टे में धार्मिक मजहबी दावेदारों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जिसमे तारीख बधाई गयी है। थ्री जजेज बेंच की घोषणा पर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल हुआ है जैसे चेतावनी दी गयी। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर अयोध्या का मामला राजनैतिक नहीं तो कोर्ट को चुनाव से पहले फैसला देने के लिए क्यों धमकाया जा रहा है?
राममंदिर पर एक पक्ष दे रहा है धमकी
आजम खां ने सवाल करते हुए कहा कि क्यों एक पक्ष के हक में फैसला होने की बात कही जा रही है। जो सुप्रीम कोर्ट फैसला कर दे उसे दोनों पक्ष मानेंगे। अगर दूसरे पक्ष में फैसला हुआ तो प्रधानमंत्री और देश चलाने वालों को इस बात की जिम्मेदारी लेनी होगी कि उस फैसले को मजबूती के साथ लागू कराया जाय। आजम खां ने दावा किया कि शिव सेना ने मस्जिद गिराई। जबकि भाजपा वाले इसे गिराने का झूठा क्रेडिट लेते हैं। भाजपा नहीं चाहती थी कि मस्जिद गिरे वो जख्म को ताजा रखना चाहती थी।
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