आजम खान के जौहर ट्रस्ट की लीज, जल्द हो सकती है खारिज

लीज कैंसिल किए जाने के लिए रामपुर जिला अधिकारी द्वारा संस्तुति की गई थी। यह दो बड़े भवन मदरसा आलिया और मुर्तुजा स्कूल के भवन थे, जिन्हें जौहर ट्रस्ट को लीज़ पर दे दिया गया था और इनमें रामपुर पब्लिक स्कूल और आजम खान की राजनीतिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी ।

Update:2019-07-23 22:36 IST

रामपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उनको एक और जोरदार झटका जिला प्रशासन ने दिया है। जब उत्तर प्रदेश शासन में कैबिनेट मीटिंग के दौरान पूर्व सरकारों में उनको आवंटित किए गए दो बड़े भवनों की लीज़ डीड कैंसिल करने का निर्णय लिया गया।

लीज कैंसिल किए जाने के लिए रामपुर जिला अधिकारी द्वारा संस्तुति की गई थी

लीज कैंसिल किए जाने के लिए रामपुर जिला अधिकारी द्वारा संस्तुति की गई थी। यह दो बड़े भवन मदरसा आलिया और मुर्तुजा स्कूल के भवन थे, जिन्हें जौहर ट्रस्ट को लीज़ पर दे दिया गया था और इनमें रामपुर पब्लिक स्कूल और आजम खान की राजनीतिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी ।

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रामपुर जहां पिछले कई दशक से आजम खान की राजनीति का सिक्का चलता रहा है। आजम खान के राजनैतिक मुख्यालय दारुल अवाम के नाम से आजम खान ने बनवाया और यहीं से उनकी राजनीतिक गतिविधियां संचालित होती रही हैं। दारूल अवाम पर ही सवाल खड़े हो गए।

यह भवन कभी एक सरकारी स्कूल मुर्तुजा स्कूल का भवन था

जिलाधिकारी की संस्तुति पर दारुल आवाम की लीज रद्द कर दी गई। यह भवन कभी एक सरकारी स्कूल मुर्तुजा स्कूल का भवन था। इसमें जिला विद्यालय निरीक्षक और बीएसए के कार्यालय स्थापित थे, लेकिन इस भवन को जौहर ट्रस्ट के नाम लीज पर दे दिया गया था। शिकायतों के आधर पर जांच में पता चला के सरकार से लीज पर प्राप्त किए गए इस भवन में समाजवादी पार्टी का कार्यालय संचालित किया जा रहा है जो कि लीज़ के नियमों के विरु( मानते हुए जिलाधिकारी ने इसकी लीज रद्द किए जाने की संस्तुति कर दी थी।

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डीएम आन्जनेय कुमार सिंह इसके अलावा एक दूसरा बड़ा झटका आजम खान को उस समय लगा जब उनके जौहर ट्रस्ट को अलाॅट किए गए भवन जिसमें रामपुर पब्लिक स्कूल का किड्स जोन स्कूल चलाया जाता था। उस की लीज रद्द कर दी गई। इस भवन में कभी मदरसा आलिया हुआ करता था, जो लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व अरबी पफारसी की शिक्षा के लिए दुनिया भर में मशहूर था और भारत के गणतंत्रा बनते समय रामपुर स्टेट के मर्जर एग्रीमेंट में भी मदरसा आलिया को अहमियत दी गई थी।

मदरसा आलिया भवन में सरकारी यूनानी अस्पताल भी चलाया जाता था

इसमें अरबी यूनिवर्सिटी भी कायम किए जाने की संस्तुति की गई थी लेकिन बाद में इसमें तालाबंदी कर दी गई और पिफर सीएनडीएस विभाग नें इसका जीर्णोधार किया और इसको आजम खान के ट्रस्ट को लीज पर दे दिया गया। मदरसा आलिया भवन में सरकारी यूनानी अस्पताल भी चलाया जाता था।

इस भवन को अभी कुछ दिन पहले ही खाली करा लिया गया था। जिलाध्किारी रामपुर की संस्तुति पर मदरसा आलिया भवन का आवंटन कैंसिल किए जाने के लिए भी जिलाध्किारी रामपुर ने संस्तुति की थी। प्रशासनिक कार्यवाही से आजम खां की मुश्किलें बढ़ती और साख गिरती नजर आ रही हैं। आजम खां के खिलापफ प्रशासन का चैतरपफा शिकंजा कसता जा रहा है।

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जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि यह संस्तुति पहले ही कर दी गई थी। एसआईटी और मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में नौ अधिकारीयों की जिला स्तर पर गठित कमेटी में इस प्रकार की शिकायतें आ रही थीं। मदरसा आलिया में टीचर्स कम होने का हवाला देकर जीर्णोधार में डाल दिया गया।

जबकि प्रधनाचार्य द्वारा शिकायत की गई कि तालाबंदी के चलते बाहर से आने वाले छात्रा नहीं पहुंच रहे। साथ ही मुर्तुजा स्कूल के दो भवनों को जौहर ट्रस्ट को दिया गया था जिसमें सपा का दफ्रतर दारूल अवाम के नाम से संचालित है। इसकी लीज़ डीड कैंसिल कर दी गई है।

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