Azamgarh News: भीषण गर्मी से जन जीवन अस्त-व्यस्त, पशु -पक्षी का जीना बेहाल

Azamgarh News: धूप इस कदर है कि लोगों को शरीर के साथ-साथ आंखों में भी जलन होने लग रही है। दोपहर के समय इलाके की सभी सड़के सुनसान दिखने लगती है।

Report :  Shravan Kumar
Update: 2024-05-31 05:43 GMT

भीषण गर्मी से जन जीवन अस्त-व्यस्त  (photo: social media )

Azamgarh News: 31 मई जिले के आस पास इलाके में भीषण गर्मी के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। दोपहर बाद भीषण गर्मी के कारण सड़कों पर चलना दुर्भर हो गया है। उमस के कारण लोगों को बेचैनी महसूस होने लगती है,लोग डिहाइड्रेशन के शिकार हो जा रहे हैं।

दोपहर के वक्त बेहद जरूरी काम से ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। बाहर सन्नाटा पसारा रहता है। धूप इस कदर है कि लोगों को शरीर के साथ-साथ आंखों में भी जलन होने लग रही है। दोपहर के समय इलाके की सभी सड़के सुनसान दिखने लगती है। कोर्ट और अस्पताल में जरूरी काम से ही आने वालों को भीषण गर्मी में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।

भीषण गर्मी रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। गुरुवार को पारा 46 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। दिनभर आसमान में अंगार बरसते रहे। पुरवा हवा चलने के कारण उमस इस कदर थी कि एसी कूलर सब फेल हो गए थे। लोग घरों के भीतर पसीने से तरबतर नजर आए। हीट वेव के चलते सुबह 10 बजे से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। गर्मी से बचने के लिए लोग घरों में शाम तक कैद रहते हैं। तापमान अधिक होने के कारण एसी बार बार ट्रिप कर जा रहे थे। गुरुवार को तापमान सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 46 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर में धूप से सड़के तप रही थी, इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे है। मंडलीय अस्पताल, रोडवेज बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर धूप और गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल है। साधारण बसों से यात्रा करने वाले हीटवेव से परेशान थे।

हीट स्ट्रोक से अब तक तीन लोगों की गई जान

जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के नरईपुर गांव निवासी 55 वर्षीय प्रमोद श्रीवास्तव दीवानी न्यायालय में नकल विभाग में लिपिक पद पर कार्यरत थे। गुरुवार को वह रोज की तरह ड्यूटी पर पहुंचे थे। कार्यालय में काम करते समय 10:30 बजे उनकी तबीयत बिगड़ गई। वह बेहोश होकर कार्यालय में गिर पड़े। लोगों ने मंडलीय अस्पताल भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया। कर्मचारियों का कहना है कि गर्मी लगने से उनकी हालत बिगड़ गयी थी।

सिधारी थाना क्षेत्र के हलवाडीह निवासी 50 वर्षीय श्रीनारायण श्रीवास्तव एक कोरियर कंपनी में काम करते थे। बुधवार को शाम शहर के सिविल लाइन स्थित एक निजी अस्पताल में डाक लेने गए थे। शाम को करीब 5:00 बजे वह डाक लेकर अस्पताल से निकले अस्पताल के बाहर पहुंचने या अचेत होकर गिर गये।सूचना पर अस्पताल के कर्मचारी भाग कर मौके को पहुंचे उन्हें डॉक्टर के पास ले जाया गया। जहां जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।उनकी मौत से पत्नी सहित परिवार के लोगों का रो रो के बुरा हाल हो गया था।

इसी तरह गंभीरपुर थाना क्षेत्र में एक वृद्ध की हिस्ट्री स्ट्रोक से मौत हो गई थी।

अस्पतालो में मरीजों की भीड़ बढ़ी

भीषण गर्मी और उमस के बीच मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। डायरिया का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, लोग उलटी दस्त शिकार हो रहे है। मंडलीय अस्पताल के अलावा सीएचसी और पीएचसी में भी मरीजो की भीड़ लग रही है। अस्पताल में वार्ड बेड फुल हो गए हैं। धूप निकलने के बाद लोगों को सिर दर्द, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत मिल रही है।वही सांस रोगी और ब्लड प्रेशर के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। डॉक्टर उन्हें गर्मी से बचने की सलाह दे रहे हैं। मंडलीय अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर राजनाथ ने बताया कि तापमान बहुत अधिक है उमस भी चरम पर ऐसे में डायरिया के साथ संक्रामक बीमारियों का भी खतरा बढ़ा है। बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थ ले, मसालेदार चीजों से बचें।

री- बोर नहीं हुए हैंडपंप पेयजल का भी संकट

मौसम विभाग की ओर से हीट स्टोर की चेतावनी जारी है भीषण गर्मी और उमस से इंसान से लेकर पशु पक्षी बेहाल हैं। जिले में नगर पालिका नगर पंचायत आदि के अलावा गांव में लगाए हुए अधिकाश सरकारी इंडिया मार्क मशीन री -बोर के अभाव में खराब पड़े हैं।अधिकांश हैंड पंपों ने पानी छोड़ दिया है जिससे लोगों के सामने पेयजल का भी संकट खड़ा हो गया है। जो चल रहे हैं वह भी गंदा पानी और आग उगल रहे हैं।दूषित पानी बीमारी का कारण बन रहा है। पड़ताल में सामने आया कि ज्यादा इंडिया मार्का मशीन बंद पड़े हैं। तहसील,ब्लाक और थानो मे नागरिकों को पीने का शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। जहां दूरदराज की फरियादी अक्सर यहां आया करते हैं। उनको भी शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।दूषित पानी पीने के कारण कई लोग पीलिया के मरीज बन चुके हैं। चिकित्सको की माने तो दूषित पानी से ही लीवर पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। लोगों को खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।


नहर में पानी न आने से खरीफ की फसलें झुलसी

जिले के अधिकांश नहरो में पानी न आने से किसानों मे आक्रोश बढ़ गया है। पानी ना छोड़े जाने से शारदा खंड 32 और शारदा खंड 23 नहरें सूखी हैं। क्षेत्र के ककरही, इस्माइलपुर गोरिया, मसीरपुर, लालगंज, तरफकाजी,गिरधरपुर,इस्माइलपुर बरहतीआदि गांव में सिंचाई के अभाव में किसानों की खरीफ की फसले झुलस गयी है।किसान नर्सरी नहीं डाल पा रहे हैं। जानकारों का मानना है खेत की गहरी जुताई खरीफ की फसल के लिए फायदेमंद है। इससे खेत के खरपतवार के बीज सूख जाने कारण इनका अंकुरण काम होता है। खेत में जल सूखने की क्षमता बढ़ती है।गर्मी की जुताई से अगली फसल को कई तरह का लाभ मिलते हैं। हानिकारक कीटों,रोगों का प्रकोप कम होता है।

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