Bahraich Road Accident: मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने की घोषणा
UPSRTC: उन्होंने कहा कि बस दुर्घटना में हुई इस क्षति को हम पूर्ण तो नहीं कर सकते लेकिन आर्थिक मदद तो कर सकते हैं जिससे कि परिवार को आने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद मिले।
Bahraich Road Accident: जनपद बहराइच में घाघरा घाट के पास हुई भीषण सड़क दुर्घटना में आज परिवहन निगम ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का आर्थिक सहायता प्रदान किया। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि बहराइच के घाघराघाट के पास हुई बस दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को परिवहन निगम की तरफ से पांच- पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि आज प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि यह राशि चेक के माध्यम से दी गई है ।
दयाशंकर सिंह ने बताया कि बस दुर्घटना में मृतक स्वर्गीय हिलालुद्दीन पुत्र इफ्तेदार के आश्रित जीनत अफजल, स्वर्गीय होम सिंह पुत्र कालिका प्रसाद के आश्रित नीलेश कुमारी, स्वर्गीय विपिन कुमार शुक्ला पुत्र अरुण कुमार के आश्रित कल्पना शुक्ला, स्वर्गीय अजीत विश्वास पुत्र अतुल विश्वास के आश्रित अतुल विश्वास, स्वर्गीय अनुप विश्वकर्मा पुत्र चित्र बहादुर निवासी नेपाल के वारिस पता होने पर को यह चेक विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि बस दुर्घटना में हुई इस क्षति को हम पूर्ण तो नहीं कर सकते लेकिन आर्थिक मदद तो कर सकते हैं जिससे कि परिवार को आने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद मिले।
बता दें कि इससे पहले दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल 04 यात्रियों को 05-05 हजार रूपये तथा 01 यात्री को 02 हजार रूपये की सहायता राशि क्षेत्रीय प्रबंधक देवीपाटन द्वारा प्रदान की गयी थी। इन सभी घायल यात्रियों का उपचार बहराइच जिला अस्पताल में किया।
इसमें श्रावस्ती निवासी कन्हई लाल आयु 25 वर्ष, नेपाल निवासी दुर्गा उर्फ शिवा आयु 35 वर्ष तथा धनीराम आयु 40 वर्ष, सीतापुर निवासी राम प्रकाश आयु 39 वर्ष है। नेपाल निवासी विशाल आयु 21 वर्ष को 02 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की गयी।
उप्र परिवहन निगम के एमडी संजय कुमार ने बताया कि बस में कुल 32 यात्री सवार थे। उनमें से 05 यात्री एवं ट्रक चालक की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गयी। उन्होंने बताया कि 10 यात्री जिन्हें मामूली चोटें थी, को मरहम पट्टी करके डिस्चार्ज कर दिया गया एवं उन्हें उनके गन्तव्य स्थानों के लिए निगम की बस में बैठाकर भेजा गया था।