Bahraich Violence: दो महिला अधिकारी संभाल रहीं मोर्चा, जानें कौन हैं ये दोनों अफसर

Bahraich Violence: जनपद में जनपद की दो शीर्ष महिला अधिकारी हिंसा और आगजनी के बीच लोगों को समझाने और स्थिति को नियंत्रण में करने का पूरा प्रयास कर रही हैं।

Update:2024-10-14 17:20 IST

बहराइच में दो महिला अफसर संभाल रहीं मोर्चा (न्यूजट्रैक)

Bahraich Violence: बहराइच जनपद में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान बवाल और एक युवक की मौत के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की गयी। कई घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। वहीं एक बाइक के शोरूम और अस्पताल में आगजनी की गयी। जनपद में हर तरफ हिंसा से लोगों में दहशत का माहौल है। युवक की मौत के बाद भड़का लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। प्रदर्शन और भी ज्यादा हिंसक होता जा रहा है। हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है।

ऐसे में जनपद की दो शीर्ष महिला अधिकारी हिंसा और आगजनी के बीच लोगों को समझाने और स्थिति को नियंत्रण में करने का पूरा प्रयास कर रही हैं। बहराइच जनपद की जिलाधिकारी मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला हिंसा के बीच जल रहे जनपद में लोगों के बचाव के लिए स्वयं मौके पर पहुंची हुई हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसीएस होम एवं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर भी मौके पर पहुंच गये हैं। वहीं छह कंपनी पीएसी भी बहराइच में तैनात कर दी गयी है। आइए जानते हैं कौन है बहराइच हिंसा के बीच मोर्चा संभालने वाली जनपद की शीर्ष महिला अफसर।


कौन हैं बहराइच डीएम मोनिका रानी

बहराइच की जिलाधिकारी (Bahraich DM) मोनिका रानी साल 2011 बैच की आईएएस अफसर हैं। 2010 में मोनिका रानी सिविल सेवा परीक्षा में परचम लहराया और आल इंडिया 70वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनीं। मोनिका रानी मूल रूप से गुरूग्राम हरियाणा की रहने वाली हैं। मोनिका रानी ने बीकॉम और इकोनामिक्स से परास्नातक की पढ़ाई की है। उन्होंने 29 साल की उम्र में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की थी। मोनिका रानी (IAS Monika Rani) बचपन से ही प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना देख रही थीं। जिसे उन्होंने आईएएस अधिकारी बनकर पूरा भी किया। हालांकि उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के लिए बेहद कठिन परिश्रम किया।

साल 2005 में उनका विवाह हो गया। वह एक बच्चे की मां भी बन गयी थी। इस बीच मोनिका रानी (Monika Rani IAS) दिल्ली के सरकारी स्कूल में अध्यापिका भी बन गयीं। अध्यापिका बन जाने के बाद भी उन्होंने अध्ययन नहीं छोड़ा और सिविल सेवा की परीक्षा दी और सफलता भी हासिल की। मोनिका रानी बहराइच की जिलाधिकारी रहने से पहले गौतमबुद्धनगर जिले में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पद की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। आईएएस मोनिका गांधी लखनऊ, गाजियाबाद, चित्रकूट और सहारनपुर जिले में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।


कौन हैं बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला

वृंदा शुक्ला (IPS Vrinda Shukla) साल 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वह मूलरूप से हरियाणा राज्य के पंचकूला की रहने वाली हैं। वृंदा शुल्का की शुरुआती षिक्षा दीक्षा हरियाणा के कार्मेल कॉन्वेंट और कॉन्वेंट ऑफ जीजस एंड मैरी स्कूल से हासिल की। इसके बाद वृंदा शुक्ला (Vrinda Shukla IPS) पुणे के महिंद्रा यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज ऑफ इंडिया से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए लंदन चली गईं।

लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस से वृंदा शुक्ला ने बी.ए. (अर्थशास्त्र, अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन, फ्रेंच साहित्य) की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने दूसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की और आईपीएस अधिकारी बनीं। पहले वृंदा शुक्ला को नागालैंड कैडर दिया गया था। लेकिन बाद साल 2022 में उन्हें यूपी कैडर अलॉट किया गया। वह वर्तमान में बहराइच जनपद की पुलिस अधीक्षक हैं। एसपी वृंदा शुक्ला के पति अंकुर अग्रवाल भी यूपी कैडर के आईपीएस अफसर हैं।

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