लखनऊ: यूपी में अब खुले में शौच करने वालों को शर्मसार होना पड़ेगा, क्योंकि अब ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम रोजगार सेवक और महिला समाख्या अधिकारी ऐसी जगहों पर शर्मसार यात्रा करेंगे, जिन जगहों पर लोग खुले में शौच करते हैं। मजे की बात यह है, कि इसके लिए इन अधिकारियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
यह अधिकारी ऐसे लोगों को खुले में शौच से होने वाली बीमारी, चिकित्सा में आने वाले खर्च और महिलाओं के आत्मसम्मान का पाठ भी पढाएंगे। इसमें इस बात पर जोर दिया जाएगा, कि बिना व्यवहार में परिवर्तन लाए, शौचालयों का निर्माण उपयोगी साबित नहीं होगा।
शौचालय का निर्माण कराए जाने पर प्रोत्साहन राशि
मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने इस सिलसिले में सभी जिलाधिकारियों और अध्यक्ष जिला स्वच्छ भारत मैनेजमेंट कमेटी को पत्र लिखकर कहा है कि 'यदि मोटिवेट करने के बाद कोई स्वेच्छा से अपने खर्चे पर शौचालय निर्माण कराता है तो उसे 150 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।'
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अच्छा काम करने वाले होंगे पुरस्कृत
-इसके अलावा अच्छा काम करने वाले ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम रोजगार सेवक और महिला समाख्या को पुरस्कार दिया जाएगा।
-31 जुलाई तक निर्धारित लक्ष्य पूरा नहीं करने वाले पुरस्कार के पात्र नहीं होंगे।
-योगी सरकार ने 31 दिसम्बर तक 30 जिलों को खुले में शौच मुक्त करने का वादा किया है।
-दो अक्टूबर 2018 तक पूरे प्रदेश को खुले में शौच मुक्त करने का दावा किया है।