NIRF Rankings 2024: टॉप 10 विश्वविद्यालयों में बीएचयू और एएमयू भी, आईआईएम लखनऊ को मिला यह स्थान
NIRF Rankings 2024: शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में आईआईटी कानपुर को चौथा स्थान मिला है। वहीं आईआईटी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने इस सूची में दसवां स्थान हासिल किया है। प्रबंधन संस्थानों में लखनऊ आईआईएम को सातवां स्थान प्राप्त हुआ है।
NIRF Rankings 2024: शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को नेशनल इंस्टिट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) इंडिया रैंकिंग जारी कर दी है। जिसमें देश के शीर्षस्थ शिक्षण संस्थानों को रैंक प्रदान की गई है। देश के करीब दस हजार संस्थानों ने इस रैंकिंग में हिस्सा लिया। उत्तर प्रदेश के भी कुछ शिक्षण संस्थानों में इस सूची में जगह हासिल करने में कामयाबी पाई है। शीर्ष प्रबंध संस्थानों में लखनऊ के भारतीय प्रबंधन संस्थान ने सातवां स्थान हासिल किया है। ओवरऑल कटेगरी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर को पांचवां स्थान मिला है।
प्रदेश के इन संस्थानों ने बनाई जगह
अलग-अलग श्रेणियों की रैंकिग में प्रदेश के कुछ संस्थानों ने जगह बनाई है। ओवरऑल शीर्ष संस्थानों में कानपुर आईआईटी को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है। शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में आईआईटी कानपुर को चौथा स्थान मिला है। वहीं आईआईटी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने इस सूची में दसवां स्थान हासिल किया है। प्रबंधन संस्थानों में लखनऊ आईआईएम को सातवां स्थान प्राप्त हुआ है। शीर्ष विश्वविद्यालयों में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को पांचवा जबकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को आठवां स्थान मिला है। बीडीएस कॉलेजों की श्रेणी में राजधानी के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को चौथा स्थान मिला है।
आईआईटी मद्रास नंबर वन
आईआईटी मद्रास को ओवरऑल कटेगरी में पहला स्थान मिला है। बैंगलोर के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस को दूसरा जबकि आईआईटी मुंबई को तीसरा स्थान मिला है। राज्य विश्वविद्यालयों में चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी को पहला स्थान मिला है। ओपन विश्वविद्यालयों में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय ने पहला स्थान हासिल कर लिया है। एग्रिकल्चर कॉलेजों की श्रेणी में इंडियन एग्रिकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट नई दिल्ली को पहला स्थान मिला है।
17 श्रेणियों में हुई रैंकिग
इस साल की रैंकिंग में तीन नई श्रेणियां शामिल हैं। ओपन यूनिवर्सिटी, स्किल-बेस्ड यूनिवर्सिटी और स्टेट-फंडेड गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी। पिछले साल, रैंकिंग में ओवरऑल, इंजीनियरिंग, यूनिवर्सिटी, कॉलेज, मैनेजमेंट, लॉ, मेडिकल, डेंटल, फार्मेसी, आर्किटेक्चर और रिसर्च जैसी 13 श्रेणियां शामिल थीं। अब कुल श्रेणियों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है।
इन मापदंडों के मुताबिक मिली रैंकिग
रैंकिंग पद्धति में शिक्षण और सीखने के संसाधन, शोध और पेशेवर अभ्यास, स्नातक परिणाम, आउटरीच और समावेशिता और धारणा जैसे पैरामीटर शामिल हैं। ये पैरामीटर एमएचआरडी द्वारा गठित एक कोर कमेटी की सिफारिशों के आधार पर विकसित किए गए थे। इस ढांचे पर आधारित भारत रैंकिंग का पहला सेट 4 अप्रैल, 2016 को जारी किया गया था। तब से, यह एक वार्षिक आयोजन बन गया है जिसका देश भर के शैक्षणिक संस्थान उत्सुकता से इंतजार करते हैं।