लावारिस बच्ची के पिता बने पप्पू भरतौल, कभी बेटी साक्षी ने लगाया था गंभीर आरोप
उन्होंने कहा, किसी भी बच्चे को इस तरह छोड़कर नहीं जाना चाहिए। अगर वह नहीं पाल सकते, तो किसी दूसरे व्यक्ति को देना चाहिए। इस देश में बच्चों को पालने वाले लोगों की कमी नहीं है।
लखनऊ: अपनी बेटी के कारनामों से चर्चा में आये उत्तर प्रदेश के बरेली की बिथरी चैनपुर सीट से बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल एक बार फिर से चर्चा में हैं। दरअसल इस बार वह एक लावारिस नवजात बच्ची को गोद लिये हैं, इसलिए सुर्खियों में बने हैं।
क्या है मामला?
बरेली शहर में तीन दिन पहले श्मशान में खुदाई के दौरान मटके में एक नवजात बच्ची दबी मिली थी। इस बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब बीजेपी विधायक पप्पू भरतौल ने बच्ची के पालन-पोषण की जिम्मेदारी ले ली है। विधायक पप्पू भरतौल ने बच्ची का नाम सीता रखा है| उन्होंने कहा, "सरकार की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना के तहत हम इस बच्ची का सारा खर्चा उठाएंगे।
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सीता नाम रखने की वजह
विधायक ने बच्ची का नाम सीता रखने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा- ये अद्भुत बच्ची है, ये दूसरी सीता है। जिस तरह राजा जनक को एक घड़े में मां सीता मिली थीं। उसी तरह हमें भी ये बच्ची एक घड़े में मिली है। मैं इस बच्ची का पालन-पोषण करूंगा, उसे खूब पढ़ाऊंगा। राजेश मिश्रा ने बच्ची को बेसहारा छोड़कर चले जाने वालों को भी नसीहत दी है।
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उन्होंने कहा, किसी भी बच्चे को इस तरह छोड़कर नहीं जाना चाहिए। अगर वह नहीं पाल सकते, तो किसी दूसरे व्यक्ति को देना चाहिए। इस देश में बच्चों को पालने वाले लोगों की कमी नहीं है।
अपनी बेटी को लेकर चर्चा में आये थे विधायक राजेश मिश्रा
बताते चलें कि इससे पहले विधायक राजेश मिश्रा उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उनकी बेटी साक्षी मिश्रा ने दूसरे समुदाय के लड़के के साथ शादी कर ली थी। साक्षी ने शादी करने के बाद एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने खुद को और अपने पति अजितेश को अपने पिता और बीजेपी विधायक पप्पू भरतौल से जान का खतरा बताया था। यह मामला मीडिया में खूब उछला था। इस दौरान बीजेपी विधायक ने मीडिया के सामने आकर सफाई दी थी कि उनकी बेटी साक्षी मिश्रा को उनसे कोई खतरा नहीं है और वह अपने फैसले खुद लेने के लिए स्वतंत्र है।
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