लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चुनावों के पहले यूपी में दलित स्वाभिमान के मुद्दे को गरमाने में जुट गई है। पार्टी ने इसके लिए आजम खां के अंबेडकर पर दिए गए बयान को हथियार बनाया है और इसी का हवाला देते हुए बीजेपी सपा सरकार पर 'हल्ला' बोलेगी। पार्टी कार्यकर्ता आगामी 16 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में प्रदर्शन की तैयारी में लगे हैं।
-खास यह है कि इसी दिन बीजेपी के दिग्गज नेता राजधानी में मौजूद रहेंगे।
-पार्टी दलित वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए किसी मौके को यूं ही जाया नहीं होने देना चाहती है।
-इसको देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओें की मौजूदगी में प्रदर्शन के आयोजन का प्रस्ताव रखा गया है।
-केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इसी दिन राजधानी में रिंग रोड का शिलान्यास करेंगे।
-राजधानी में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शामिल होंगे।
-दलित और श्रमिक वर्ग को तवज्जो देने को आरएसएस ने दिया था संदेश।
-संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने यूपी दौरे में इसके संकेत दिए थे।
-दलितों को लेकर किसी मामले में सरकार को घेरने से नहीं चूकेगी भाजपा।
-पार्टी के यूपी प्रभारी ओम माथुर भी मौजूद रहेंगे।
सपा बोली-धरना देने का नाटक करने जा रहे हैं अमित शाह
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि बीजेपी का एक मात्र एजेंडा सांप्रदायिकता के सहारे वोट बटोरने की साजिश करना है। आजम खां धर्म निरपेक्ष नेता हैं। अंबेडकर के बारे में उनके एक बयान को तोड़ मरोड़ कर बीजेपी नेता यहां भी अराजकता पैदा करना चाहते हैं।
-आजम खां और समाजवादी पार्टी से भाजपा को चिढ़ है।
-जानबूझकर इनके प्रति जहर उगला जाता है।
-कानून व्यवस्था से खिलवाड़ में भाजपाई आगे रहे हैं।
-बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन के नाम पर अराजकता और हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
-अंबेडकर और समाजवादियों की विचारधारा का स्वाभाविक रिश्ता रहा है।
-मुलायम सिंह ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में ही दस हजार अम्बेडकर गांवों की योजना चलाई थी।
-अब पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां के खिलाफ 16 सितम्बर को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह धरना देने का नाटक करने जा रहे हैं।