इधर बढ़ने वाला था चुनावी पारा, उधर करोड़ों के पूल का मजा ले डाला

Update: 2016-04-14 12:09 GMT

Ashutosh Tripathi

लखनऊ: अंबेडकर जयंती पर बसपा सुप्रीमो मायावती को सुनने चिलचिलाती धूप में दूर-दूर से लोग पहुंचे थे। अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पर बसपाई बड़ी बेसब्री से मायावती के आने का इंतजार कर रहे थे। इधर सूरज भी सिर पर चढ़ता जा रहा था। सबको पता था कि मायावती के आते ही माहौल और गरम हो जाएगा, क्योंकि आज उनके बोलने का दिन था। इससे पहले की माया के तीखे तेवरों से चुनावी गर्मी और बढ़ती समर्थकों ने वहां बने करोड़ों के पूल में छलांग लगाना बेहतर समझा।

गर्मी ने किया समर्थकों का बुरा हाल

अंबेडर जंयती के मौके पर विशाल रैली का आयोजन किया गया था। रैली में हजारों की संख्या में बसपा समर्थक पहुंचे हुए थे। मायावती को परिवर्तन स्थल पहुंचकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करना था। सर्मथकों का गर्मी के मारे बुरा हाल हो रहा था। उन्होंने जब देखा कि बहन जी के आने में अभी कुछ वक्त है तो वहां बने करोड़ों के फाउंटेन पूल में छलांग लगा दी। गर्मी में ठंडक का मजा लेते देख बाकी लोग भी इकट्ठा हो गए।

छूट गया माया का भाषण

अरे भई, करोड़ों के पूल में नहाने का मजा ही कुछ और है। कई घंटे तक समर्थक पानी में उछलकूद करते रहे और भूल गए कि वह मायावती को सुनने आए थे। जब तक वो बाहर आए तब तक बहनजी भाषण देकर जा चुकी थीं। अब मजा लेने की सजा तो मिलनी ही थी।

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